Edited By rajesh kumar,Updated: 08 Nov, 2020 01:54 PM
सरकार रेलवे इंजीनियरिंग कंपनी इरकॉन इंटरनेशनल लि. में शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) के जरिये 15 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रही है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
नई दिल्ली: सरकार रेलवे इंजीनियरिंग कंपनी इरकॉन इंटरनेशनल लि. में शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) के जरिये 15 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रही है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। फिलहाल इरकॉन इंटरनेशनल लि. में सरकार की हिस्सेदारी 89.18 प्रतिशत है। एक अधिकारी ने बताया, ‘हम बाजार परिस्थितियों को देखते हुए दिसंबर तक इरकॉन का ओएफएस लाने की योजना बना रहे हैं। इसके जरिये कंपनी की 10 से 15 प्रतिशत हिस्सेदारी बेची जाएगी।’
रेलवे इंजीनियरिंग कंपनी इरकॉन 2018 में शेयर बाजारों में सूचीबद्ध हुई थी। कंपनी ने उस समय आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिये 467 करोड़ रुपये जुटाए थे। बीएसई में शुक्रवार को इरकॉन का शेयर 77.95 रुपये पर बंद हुआ। मौजूदा बाजार मूल्य के हिसाब से सरकार इरकॉन में 15 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचकर 540 करोड़ रुपये जुटा सकती है।
विनिवेश से 2.10 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य
सरकार ने चालू वित्त वर्ष में विनिवेश से 2.10 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। सरकार का इरादा केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों (सीपीएसई) में हिस्सेदारी बिक्री से 1.20 लाख करोड़ रुपये तथा वित्तीय संस्थानों में हिस्सेदारी बिक्री से 90,000 करोड़ रुपये जुटाने का है।
कोरोना की वजह से BPCL हिस्सेदारी बेचने में हुई देर
बता दें कि इस वित्तीय वर्ष में, सीपीएसई में अल्पसंख्यक हिस्सेदारी बेचकर 6,138 करोड़ रुपये जुटाई जा चुकी है क्योंकि COVID-19 महामारी के चलते भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) जैसी बड़ी कंपनियों में विनिवेश में देरी हुई है
इन कंपनियों पर सरकार बना रही ये प्लान
इसके अलावा सरकार शेयरों की बिक्री के लिए इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्प लिमिटेड (IRCTC) और रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) में हिस्सेदारी बेचने की प्रक्रिया में भी है।