आयात पर अंकुश नहीं निर्यात बढ़ाने पर ध्यान दे सरकार: फियो

Edited By jyoti choudhary,Updated: 15 Sep, 2018 06:42 PM

govt should focus on boosting exports fieo

सरकार को चालू खाते के घाटे को बढऩे से रोकने के लिए निर्यात बढ़ाने पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए। आयात पर अंकुश लगाने से इसमें किसी तरह की उल्लेखनीय मदद मिलने की संभावना नहीं है। निर्यातकों की संस्था फियो ने शनिवार को यह कहा।

नई दिल्लीः सरकार को चालू खाते के घाटे को बढऩे से रोकने के लिए निर्यात बढ़ाने पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए। आयात पर अंकुश लगाने से इसमें किसी तरह की उल्लेखनीय मदद मिलने की संभावना नहीं है। निर्यातकों की संस्था फियो ने शनिवार को यह कहा। भारतीय निर्यातक संगठनों के महासंघ ‘फियो’ के अध्यक्ष गणेश गुप्ता ने कहा कि सरकार को बढ़ते चालू खाते के घाटे (कैड) और रुपए में गिरावट से निपटने के लिये आयात पर अंकुश नहीं लगाना चाहिए।

गणेश गुप्ता ने कहा, ‘‘यदि हम संरक्षणवाद को अपनाने वाले देशों की जमात में शामिल नहीं होते हैं तो मैं नहीं समझता हूं कि हमें आयात पर अंकुश लगाने चाहिए। उम्मीद है कि इससे मेक इन इंडिया को बढ़ावा मिलेगा।’’ उन्होंने यह भी कहा कि सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के समक्ष कैड का 2.5 प्रतिशत पर होना चिंता की बात नहीं है। तीन प्रतिशत से नीचे रहने पर परेशानी वाली कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास विदेशी मुद्रा का उपयुक्त भंडार है जो कि 10 माह के आयात के लिए काफी है।’’

सरकार ने गिरते रुपए और बढ़ते कैड को नियंत्रित करने के लिए शुक्रवार को कई कदमों की घोषणा की है। मसाला बांड पर विदहोल्डिंग कर हटाने, विदेशी पोर्टफोलियो निवेश में राहत और गैर-जरूरी आयातों पर अंकुश लगाने का फैसला किया गया है। फियो के महानिदेशक अजय सहाय ने कहा कि सरकार को निर्यातकों के लिए जल्द ही नकदी की उपलब्धता सुनिश्चित करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि सरकार को गैर-जरूरी उत्पादों के आयात पर अंकुश लगाना ही है तो उसे महंगे इलेक्ट्रॉनिक सामानों, रेफ्रिजरेटर, घडिय़ों, सोना और महंगे जूते और कपड़ों पर यह अंकुश लगाने पर विचार किया जा सकता है। 
 

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