Edited By jyoti choudhary,Updated: 27 Apr, 2018 06:35 PM
भारत ने संयुक्त राष्ट्र को सूचित किया है कि माल व सेवा कर (जी.एस.टी.) के कार्यान्वयन तथा नोटबंदी से देश के 18 लाख नए लोग आयकर के दायरे में आए हैं।
नई दिल्लीः भारत ने संयुक्त राष्ट्र को सूचित किया है कि माल व सेवा कर (जी.एस.टी.) के कार्यान्वयन तथा नोटबंदी से देश के 18 लाख नए लोग आयकर के दायरे में आए हैं।
नोटबंदी और जीएसटी का असर
विदेश मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव ए गीतेश शर्मा ने ई.सी.ओ.एस.ओ.सी. फोरम के एक कार्यक्रम में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारत फिलहाल अनेक सुधारों का कार्यान्वयन कर रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार नकदी के बजाय डिजिटल लेनदेन को प्रोत्साहित कर रही है। इसके साथ ही जी.एस.टी. कर प्रणाली लागू की गई है। उन्होंने कहा कि इससे अप्रत्यक्ष करदाताओं की संख्या में 50 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है।
18 लाख से ज्यादा लोगों को जोड़ा गया
शर्मा ने कहा, बड़े मूल्य वाले नोटों के बंद होने तथा जी.एस.टी. के कार्यान्वयन से 18 लाख और लोग कर दायरे में आए हैं। उन्होंने कहा कि भारत विश्व व्यापार के मूल सिद्धांतों को लेकर अपने रुख पर कायम है।