Edited By jyoti choudhary,Updated: 29 Dec, 2018 01:08 PM
सरकार ने 2018-19 की अप्रैल-अक्टूबर अवधि में 6,585 मामलों में 38,896 करोड़ रुपए की जीएसटी चोरी का पता लगाया है। सरकार ने यह जानकारी शुक्रवार को संसद को दी है। केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ल ने बताया
नई दिल्लीः सरकार ने 2018-19 की अप्रैल-अक्टूबर अवधि में 6,585 मामलों में 38,896 करोड़ रुपए की जीएसटी चोरी का पता लगाया है। सरकार ने यह जानकारी शुक्रवार को संसद को दी है। केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ल ने बताया कि इऩ सात महीनों में सेंट्रल एक्साइज की चोरी के 398 मामले सामने आए जिनमें 3,028.58 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी हुई है। वहीं, सर्विस टैक्स चोरी के 3,922 मामलों में सरकारी खजाने को कुल 26,108.43 करोड़ रुपए का चूना लगने की बात सामने आई।
इसी तरह 12,711 मामलों में कुल 6,966.04 करोड़ रुपए के कस्टम्स की चोरी भी पकड़ी गई है जबकि 6,585 मामलों में कुल 38,895.97 करोड़ रुपए के वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की चोरी हुई है। ये आंकड़े लोकसभा में दी गए।
इस तरह अप्रैल से अक्टूबर के बीच 7 महीनों में कुल अप्रत्यक्ष कर (जीएसटी, सर्विस टैक्स, एक्साइज और कस्टम्स) की चोरी का आंकड़ा 75 हजार करोड़ पर पहुंच जाता है। शुक्ल ने बताया कि इस दौरान केंद्रीय प्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) ने जीएसटी चोरी के 9,480 करोड़ रुपए, सर्विस टैक्स चोरी के 3,188 करोड़ रुपए, सीमा शुल्क चोरी के 1,600 करोड़ रुपए और केंद्रीय उत्पाद शुल्क के 383.5 करोड़ रुपए वसूले गए।