Edited By ,Updated: 05 Nov, 2016 04:40 PM
उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने आज कहा कि भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) उद्योग को नई उभरती चुनौतियों के बीच नवोन्मेष की आेर कदम बढ़ाना चाहिए।
नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने आज कहा कि भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) उद्योग को नई उभरती चुनौतियों के बीच नवोन्मेष की आेर कदम बढ़ाना चाहिए। इन चुनौतियों में नए उत्पादों की जरूरत, डिजिटल विघटन और सॉफ्टवेयर ऑटोमेशन से मानव संसाधन की कम होती आवश्यकता इत्यादि शामिल हैं।
सॉफ्टवेयर जगत के संगठन नासकॉम के नए मुख्यालय का उद्घाटन करते हुए अंसारी ने कहा, ‘‘उद्योग के क्लाउड कंप्यूटिंग, सॉफ्टवेयरों के सर्विस मॉडल के तौर पर विकसित होने की तरफ रूख करने से यह लघु एवं मध्यम अवधि की चुनौतियां आएंगी। इसलिए नए उत्पाद विकसित करने, डिजिटल विघटन को कम करने की जरूरत है क्योंकि सॉफ्टवेयर ऑटोमेशन से मानव संसाधन की भी जरूरत कम हो रही है।’’ उन्होंने कहा कि भारतीय आईटी उद्योग को ‘अधिक नवोन्मेषी’ होने की जरूरत है क्योंकि ग्राहक अब ‘सॉफ्टवेयर सहयोगी के बजाय नवोन्मेष सहयोगी’ की तलाश अधिक कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस उद्योग की वृद्धि काफी अच्छी रही है लेकिन नासकॉम के अध्यक्ष का खुद मानना है कि शांत जल के नीचे बड़े मंथन चल रहे हैं और कंपनियों को इन चुनौतियों से निपटने के लिए बहुत कुछ करने की जरूरत है।