Edited By jyoti choudhary,Updated: 10 Jul, 2018 05:51 PM
ब्रिटेन की प्रमुख दूरसंचार कंपनी वोडाफोन ने आज कहा कि भारतीय बाजार में आइडिया सेल्युलर के साथ विलय के बाद भी वह प्रतिस्पर्धी बनी रहेगी।
नई दिल्लीः ब्रिटेन की प्रमुख दूरसंचार कंपनी वोडाफोन ने आज कहा कि भारतीय बाजार में आइडिया सेल्युलर के साथ विलय के बाद भी वह प्रतिस्पर्धी बनी रहेगी। रिलायंस जियो के प्रवेश के बाद देश के दूरसंचार बाजार में भारी बदलाव और बाजार बिगाडऩे वाली दरें देखने को मिली हैं।
वोडाफोन के नामित मुख्य कार्यकारी अधिकारी निक रीड ने दूरसंचार मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक के बाद कहा, ‘‘हम प्रतिस्पर्धी बने रहेंगे।’ अपनी भारतीय इकाई के आइडिया सेल्युलर के साथ विलय को मंजूरी के बाद ब्रिटेन की दूरसंचार कंपनी वोडाफोन के शीर्ष प्रबंधन ने आज दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा तथा दूरसंचार सचिव अरुणा सुंदरराजन से मुलाकात की। रीड ने इस बात की पुष्टि की कि विलय के लिए मंजूरी पत्र मिल गया है। रीड ने कहा, ‘‘हम यह पत्र मिलने से काफी खुश हैं।’’
इस तरह की अटकलें थीं कि विलय के प्रस्ताव को मंजूरी देने से पहले दूरसंचार विभाग की ओर से आइडिया सेल्युलर और वोडाफोन द्वारा वोडाफोन से स्पेक्ट्रम शुल्क के एकबारगी 3,976 करोड़ रुपए के भुगतान और 3,342 करोड़ रुपए की संयुक्त बैंक गॉरंटी की मांग को वोडाफोन अदालत में चुनौती दे सकती है। वोडाफोन के सीईओ विटारियो कोलाओ ने कहा कि मैं काफी आशान्वित हूं कि जब तक वह पद छोड़ेंगे नई इकाई वोडाफोन आइडिया लि. अस्तित्व में आ जाएगी। कोलोओ इस साल अक्तूबर तक इस पद पर रहेंगे।