Edited By jyoti choudhary,Updated: 19 Mar, 2021 02:22 PM
एचडीएफसी बैंक का सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रम (एमएसएमई) क्षेत्र को ऋण दिसंबर के अंत तक सालाना आधार पर 30 प्रतिशत बढ़कर दो लाख करोड़ रुपए को पार कर गया। बैंक को इसमें सरकार की आपात ऋण सुविधा गारंटी (ईसीएलजी) योजना से मदद मिली।
मुंबईः एचडीएफसी बैंक का सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रम (एमएसएमई) क्षेत्र को ऋण दिसंबर के अंत तक सालाना आधार पर 30 प्रतिशत बढ़कर दो लाख करोड़ रुपए को पार कर गया। बैंक को इसमें सरकार की आपात ऋण सुविधा गारंटी (ईसीएलजी) योजना से मदद मिली। महामारी के दौरान एमएसएमई क्षेत्र को मदद के लिए लाई गई इस योजना के तहत बैंक ने 23,000 करोड़ रुपए से अधिक का ऋण वितरित किया।
बैंक ने शुक्रवार को बयान में कहा कि एमएसएमई क्षेत्र को ऋण की वृद्धि में अर्द्धशहरी और ग्रामीण क्षेत्र के ग्राहकों पर विशेष ध्यान देने से मदद मिली। दिसंबर, 2019 में बैंक का एमएसएमई क्षेत्र को ऋण 1.4 लाख करोड़ रुपए था। दिसंबर, 2020 में समाप्त तिमाही के अंत तक यह 30 प्रतिशत बढ़कर 2,01,758 करोड़ रुपए पर पहुंच गया।
बैंक के वरिष्ठ कार्यकारी उपाध्यक्ष-कारोबार बैंकिंग और स्वास्थ्य सेवा वित्त सुमंत रामपाल ने कहा, ‘‘एमएसएमई क्षेत्र को हमारा ऋण कोविड-19 के पूर्व स्तर पर पहुंच गया है। दिसंबर, 2020 में समाप्त तिमाही में यह सालाना आधार पर 30 प्रतिशत बढ़कर 2,01,758 करोड़ रुपए रहा है।''