Edited By ,Updated: 28 Dec, 2015 11:42 AM
जीवन और दुर्घटना बीमा जैसी सेवाओं के बाद सरकार अब लोगों को सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना का तोहफा देने की योजना बना रही है।
नई दिल्लीः जीवन और दुर्घटना बीमा जैसी सेवाओं के बाद सरकार अब लोगों को सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना का तोहफा देने की योजना बना रही है। शुरू में राज्यों की मौजूदा नकदी-रहित स्वास्थ्य योजनाओं को केंद्र के प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) से जोड़कर और आसान एवं सुगम बनाया जाएगा और बाद में इसका विस्तार किया जाएगा। एक सरकारी अधिकारी ने कहा, ''इस साल की शुरूआत में सामाजिक सुरक्षा योजनाओं को मिली सफलताओं को देखकर हम स्वास्थ्य बीमा क्षेत्र में भी ऐसी योजनाएं लाना चाहते हैं। फिलहाल राज्यों से हम इस बारे में बात कर रहे हैं।'' कर्नाटक, तमिलनाडु और गुजरात शामिल जैसे राज्यों में नकदी-रहित स्वास्थ्य बीमा मुहैया कराई जा रही है।
अधिकारी ने कहा, ''एक डीबीटी प्लेटफॉर्म तैयार किया जा रहा है, जिसके तहत हम धन अंतरण के बारे में एसएमएस और फोन कॉल के माध्मय से सूचनाएं देंगे। इसके अलावा हम एक वेब एप्प या स्मार्टफोन एप्प भी तैयार कर रहे हैं। एक बार खाका तैयार हो जाने के बाद हम स्वास्थ्य बीमा भी अपलोड कर देंगे।'' इस प्लेटफॉर्म पर स्वास्थ्य बीमा एप्लीकेशन भी लाया जाएगा।
सरकार राज्यों को केंद्र की तीन महत्त्वपूर्ण सेवाएं जन-धन, आधार और मोबाइल एप्प का लाभ उठाने के लिए कहेगी। आधार से लोगों की पहचान में मदद मिलेगी, वहीं जन-धन बैंक खाते और मोबाइल फोन की मदद से उनके खातों में सीधे रकम भेजी जा सकेगी, जिससे बिचौलियों की भूमिका एकदम खत्म हो जाएगी।
अधिकारी ने कहा, ''कई राज्य नकदी रहित स्वास्थ्य बीमा योजनाएं दे रहे हैं। अगर वे हमें लाभार्थियों का ब्योरा देते हैं तो उन्हें डीबीटी प्रणाली में लाया जा सकता है।'' मिसाल के तौर पर तमिलनाडु कम आय वाले लोगों को यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी के जरिए स्वास्थ्य बीमा योजना देती है। राजस्थान सरकार ने एक करोड़ लोगों को स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत लाने के लिए न्यू इंडिया इंश्योरेंस से समझौता किया है।