Edited By rajesh kumar,Updated: 20 Aug, 2020 06:24 PM
एल्युमिनियम और तांबा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी हिंडाल्को इंडस्ट्रीज ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने अल्ट्राटेक सीमेंट के साथ एक सहमति पत्र (एमओयू) पर दस्तखत किए हैं, जिसके तहत सीमेंट कंपनी के सात राज्यों में स्थित 14 संयंत्रों को प्रति वर्ष 12 लाख...
नई दिल्ली: एल्युमिनियम और तांबा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी हिंडाल्को इंडस्ट्रीज ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने अल्ट्राटेक सीमेंट के साथ एक सहमति पत्र (एमओयू) पर दस्तखत किए हैं, जिसके तहत सीमेंट कंपनी के सात राज्यों में स्थित 14 संयंत्रों को प्रति वर्ष 12 लाख मीट्रिक टन बॉक्साइट अवशेषों की आपूर्ति की जाएगी।
हिंडाल्को ने दावा किया कि वह अपनी तीन रिफाइनरियों में लाल मिट्टी (बॉक्साइट अवशेषों) का 100 प्रतिशत इस्तेमाल करने वाली दुनिया की पहली कंपनी बन गई है। हिंडाल्को के प्रबंध निदेशक सतीश पाई ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘हिंडाल्को इस बॉक्साइट अवशेष का इस्तेमाल करने जा रही है। इसमें से 12 करोड़ टन बॉक्साइट अवशेष की आपूर्ति सिर्फ एक कंपनी अल्ट्राटेक सीमेंट को की जाएगी, जो भारत का सबसे बड़ा सीमेंट उत्पादक है।’
एल्युनिमियम विनिर्माण प्रक्रिया के दौरान लाल मिट्टी निकलती है, जिसमें प्रचुर मात्रा में आयरन ऑक्साइड, एल्युमिना, सिलिका और क्षारीय तत्व निकलते हैं। सीमेंट उद्योग ने लेटेराइट और लिथोमारेज जैसे खनिजों की जगह लाल मिट्टी के इस्तेमाल की क्षमता विकसित की है।