Edited By jyoti choudhary,Updated: 03 Apr, 2020 02:36 PM
हिंदुस्तान यूनिलीवर का ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन हेल्थकेयर लिमिटेड (GlaxoSmithKline -GSKCH) में विलय हो गया है। बुधवार को कंपनी द्वारा इसकी घोषणा की गई। इसके अतिरिक्त एचयूएल के बोर्ड ने
नई दिल्लीः हिंदुस्तान यूनिलीवर का ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन हेल्थकेयर लिमिटेड (GlaxoSmithKline -GSKCH) में विलय हो गया है। बुधवार को कंपनी द्वारा इसकी घोषणा की गई। इसके अतिरिक्त एचयूएल के बोर्ड ने अपनी मूल फर्म यूनिलीवर और जीएसके के बीच मूल समझौते में उपलब्ध विकल्प का उपयोग करते हुए, 3,045 करोड़ रुपए के लिए पेय ब्रांड हॉर्लिक्स के अधिग्रहण को भी मंजूरी दे दी। हिंदुस्तान यूनिलीवर ने करीब 15 माह पहले एलान किया था कि वह हॉर्लिक्स खरीदने वाली है। अब कंपनी ने यह डील पूरी कर ली है।
इस संदर्भ में एचयूएल ने एक बयान में कहा कि कंपनी को जीएसकेसीएच के विलय के लिए नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल के साथ सभी आवश्यक नियामक अप्रूवल मिल गए हैं। यह समझौता एचयूएल को अपनी बैलेंस शीट पर नकदी का उपयोग करने और शेयरधारकों के लिए मूल्य बनाने में सक्षम करेगा। अन्य ब्रांड जैसे बूस्ट, माल्टोवा और वीवा जेएसकेसीएच के स्वामित्व में थे। विलय के आधार पर एचयूएल के ब्रांड पोर्टफोलियो में बदलाव आया है।
सबसे बड़े सौदों में से एक
दिसंबर 2018 में एचयीएल ने जीएसकेसीएच के विलय की घोषणा की थी। यह एफएमसीजी क्षेत्र में हाल के समय में सबसे बड़े सौदों में से एक है। तब कंपनी ने एक बयान में कहा था कि जीएसकेसीएच के साथ एचयूएल इस मुद्दे पर एक निर्धारित समझौते पर पहुंच गई है। मामले की जानकारी देते हुए एचयूएल के सीएमडी संजीव मेहता ने बताया था कि जीएसकेसीएच इंडिया के साथ प्रस्तावित रणनीतिक विलय के साथ ही हम अपना पोर्टफोलियो नई वर्ग के बड़े ब्रांड में बढ़ाएंगे, जिससे हम अपने ग्राहकों की पोषण से संबंधी मांगों को पूरा कर सकें।