Edited By jyoti choudhary,Updated: 04 May, 2020 11:39 AM
पूरे देश में लॉकडाउन के कारण गत अप्रैल में देश के विनिर्माण क्षेत्र में अब तक की सबसे बड़ी गिरावट देखी गई और आईएचएस मार्किट द्वारा जारी खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) लुढ़ककर 27.4 रह गया।
मुंबईः पूरे देश में लॉकडाउन के कारण गत अप्रैल में देश के विनिर्माण क्षेत्र में अब तक की सबसे बड़ी गिरावट देखी गई और आईएचएस मार्किट द्वारा जारी खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) लुढ़ककर 27.4 रह गया। आईएचएस मार्किट माह दर माह आधार पर विनिर्माण और सेवा क्षेत्र के आंकड़े जारी करता है।
सूचकांक का 50 से ऊपर रहना वृद्धि और इससे नीचे रहना गिरावट को दर्शाता है जबकि 50 पर होना स्थिरता दिखाता है। सूचकांक 50 से जितना अधिक नीचे गिरता है वह उत्पादन में उतनी बड़ी गिरावट को दर्शाता है। अप्रैल महीने की गिरावट कितनी बड़ी है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 2009 की वैश्विक आर्थिक मंदी के दौरान भी देश का विनिर्माण पीएमआई करीब 44 तक ही लुढ़का था।
एजेंसी की आज जारी रिपोटर् में कहा गया है कि अप्रैल में भारतीय विनिर्माण उत्पादन में अभूतपूर्व गिरावट देखी गई। कोरोना वायरस ‘कोविड-19' महामारी का संक्रमण रोकने के लिए लगाए गए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के कारण कारोबार बंद रहने से ऐसा हुआ। बेदह कम मांग के माहौल में नए ऑडर्रों में रिकॉर्ड गिरावट रही और कंपनियों ने भारी संख्या में कर्मचारियों की छंटनी की।