Edited By jyoti choudhary,Updated: 07 Jun, 2022 06:20 PM
एचडीएफसी लिमिटेड के चेयरमैन दीपक पारेख ने मंगलवार को कहा कि आवास ऋण बाजार अगले पांच साल में दोगुना होकर 600 अरब डॉलर का हो जाएगा। एचडीएफसी लिमिटेड अपनी बैंकिंग इकाई में विलय के लिए नियामकों की आवश्यक मंजूरी का इंतजार कर रही है। कंपनी ने एचडीएफसी...
मुंबईः एचडीएफसी लिमिटेड के चेयरमैन दीपक पारेख ने मंगलवार को कहा कि आवास ऋण बाजार अगले पांच साल में दोगुना होकर 600 अरब डॉलर का हो जाएगा। एचडीएफसी लिमिटेड अपनी बैंकिंग इकाई में विलय के लिए नियामकों की आवश्यक मंजूरी का इंतजार कर रही है। कंपनी ने एचडीएफसी बैंक में अपने कारोबार के विलय की घोषणा की थी।
पारेख ने शेयरधारकों को लिखे सालाना पत्र में कहा कि प्रस्तावित विलय की तारीख संस्था के 46 साल के जीवन का तीसरा सबसे महत्वपूर्ण दिन होगा। उन्होंने कहा कि 17 अक्टूबर, 1977 को उनके चाचा हसमुखभाई पारेख द्वारा स्थापित किए जाने के बाद कंपनी ने आवास ऋण बाजार को पूरी तरह बदल दिया है। पारेख वर्ष 1998 से ही चेयरमैन के रूप में कंपनी की कमान संभाल रहे हैं। उन्होंने आवास ऋण बाजार को लेकर उम्मीद जताई कि वह ऋण की मांग करे लेकर इतने आशावादी कभी नहीं रहे, जितने अब हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘वैश्विक परिस्थितियों के बावजूद आवास ऋण बाजार के लिए मैं अपने रुख पर कायम हूं।'' कंपनी के चेयरमैन ने कहा, ‘‘हम एक आर्थिक परिवर्तन के मुहाने पर हैं और हमारी अधिकांश वृद्धि घरेलू खपत से संचालित होती रहेगी। घर के मालिक होने की लोगों की आकांक्षा केवल और बढ़ेगी।'' पारेख ने कहा, ‘‘घरेलू गृह ऋण बाजार 300 अरब डॉलर से थोड़ा अधिक है, जो सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में केवल 11 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व या हिस्सा रखता है। आय के बढ़ते स्तर जैसी परिस्थितियों में सुधार हुआ है जिससे अगले पांच वर्षों में आवास ऋण बाजार को दोगुना होकर लगभग 600 अरब डॉलर हो जाना चाहिए।''