Edited By Supreet Kaur,Updated: 10 Apr, 2018 04:24 PM
दोपहिया वाहन बनाने वाली देश की दूसरी बड़ी कंपनी होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया ने बढ़ती मांग की पूर्ति के लिए क्षमता विस्तार और वर्ष 2020 से भारत स्टेज छह मानक लागू किए जाने के मद्देनजर प्रौद्योगिकी उन्नयन पर 800 करोड़ रुपए निवेश करने की घोषणा...
नई दिल्लीः दोपहिया वाहन बनाने वाली देश की दूसरी बड़ी कंपनी होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया ने बढ़ती मांग की पूर्ति के लिए क्षमता विस्तार और वर्ष 2020 से भारत स्टेज छह मानक लागू किए जाने के मद्देनजर प्रौद्योगिकी उन्नयन पर 800 करोड़ रुपए निवेश करने की घोषणा की है।
कंपनी के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी मिनोरू कातो ने आज कहा कि भारत होण्डा के विश्वस्तरीय दोपहिया कारोबार में योगदान की दृष्टि से प्राथमिकता सूची में है और वर्ष 2017-18 में रिकॉर्ड बिक्री चालू वित्त वर्ष में भी बनाये रखने की रणनीति बनायी गयी है। वर्ष 2020 में बीएस छह मानक लागू से होने वाले सबसे बड़े बदलाव की तैयारी में पूरी तरह से कंपनी लगी हुई है। उपभोक्ताओं की मांग को पूरा करने के लिए इस साल तकरीबन 800 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018-19 के लिए होंडा ने लगातर तीसरे साल दोहरे अंकों की वृद्धि का लक्ष्य तय किया है। अभी कंपनी की उत्पादन क्षमता 64 लाख वाहन वार्षिक है लेकिन बढ़ती मांग के मद्देनजर सभी वर्तमान संयंत्रों का उन्नयन किया जाएगा और क्षमता को बढ़़ाकर 67 लाख वाहन करने की योजना बनाई गई है। चालू वित्त वर्ष में एक ब्रांड न्यू मॉडल लांच किए जाने के साथ ही 18 मौजूदा मॉडलों को अपग्रेड किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि ‘मेक फॉर इंडिया’ से ‘डिलीवर टू इंडिया’ तक के दृष्टिकोण को पूरा करने करने के लिए नेटवर्क विस्तार किया जाएगा और दूर दराज के इलाकों पर ध्यान केन्द्रित करते हुए टचप्वाइंटों की संख्या बढ़ाकर छह हजार किया जाएगा। पुराने दोपहिया का कारोबार करने वाली इकाई बेस्ट डील के नेटवर्क की संख्या भी बढ़ाई जा रही जो अभी 200 है और चालू वित्त वर्ष में इसकी संख्या 250 की जाएगी। दोपहिया वाहनों की रीप्लेसमेन्ट अवधि 5-7 साल से कम होकर 3-5 साल हो गई है। ऐसे में होंडा के मौजूदा 3.6 करेाड़ उपभोक्ताओं का सशक्त आधार विकास के नए अवसरों को प्रोत्साहित करेगा।