Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Jan, 2018 02:51 PM
रिलायंस कैपिटल प्रवर्तित इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज (आईसीईएक्स) पर हीरा वायदा कारोबार में खुदरा निवेशकों ने शानदार उत्साह दिखाया है। आईसीईएक्स पर 10,000 से अधिक कारोबारी हैं और अब ओपन इंटरेस्ट में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। यहां रोजाना औसतन ओपन...
नई दिल्लीः रिलायंस कैपिटल प्रवर्तित इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज (आईसीईएक्स) पर हीरा वायदा कारोबार में खुदरा निवेशकों ने शानदार उत्साह दिखाया है। आईसीईएक्स पर 10,000 से अधिक कारोबारी हैं और अब ओपन इंटरेस्ट में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। यहां रोजाना औसतन ओपन इंटरेस्ट 5 जनवरी को समाप्त हुए चौथी डिलिवरी साइकल में दोगुना होकर 54705.57 लॉट (एक लॉट एक सेंट का) हो गए। दिसंबर में अनुबंध की समाप्ति के समय यह आंकड़ा 23711.68 था। इससे पता चला है कि खुदरा निवेशकों ने अपने पोर्टफोलियो में हीरे को तरजीह देना शुरू कर दिया है।
ऊंची कीमतों के कारण खुदरा निवेशक अब तक हीरे की खरीदारी से दूर रहे थे। वैसे तो इसकी कीमत गुणवत्ता के आधार पर अलग-अलग होती है, लेकिन आम तौर पर लोकप्रिय हीरे की कीमत 300,000 रुपये है, जो हाजिर बाजार में खरीदारी के पहले भुगतान करना होता है। हालांकि आईसीईएक्स ने 1 सेंट अनुबंध शुरू किया है, जिसकी मात्रा बाद में बढ़कर 100 सेंट (कैरट) हो जाती है। इस तरह, आईसीईएक्स निवेशकों को 3,000 रुपये के गुणक में निवेश पर एक कैरट सोना हासिल करने में मदद करता है। दिलचस्प बात है कि तीसरी डिलिवरी साइकल में 130 छोटे निवेशक 1.13 करोड़ रुपये मूल्य के 36.07 कैरट हीरे की डिलिवरी लेते दिखे।
अनुबंधों की शुरुआत के बाद अब तक 227.31 करोड़ रुपये मूल्य के कुल 7124.46 कैरट के हीरा अनुबंधों का कारोबार हुआ है। कुल कारोबार में 0.51 प्रतिशत मात्रा की डिलिवरी हुई है। सूरत की कंपनी बाबा सीताराम एक्सपोट्र्स के निदेशक किरीट काकलोटकर ने कहा, 'हमने तीसरी डिलिवरी साइकिल में 50-50 सेंट के 6 से 7 हीरे की डिलिवरी की और पूरी प्रक्रिया सहज रही। कीमतों में पारदर्शिता, ग्रेडिंग की सुविधा आदि से इस कारोबारी मंच को खासा लाभ मिला है। अगर हीरे को लेकर थोड़े और अधिक विकल्प होते तो एक्सचेंज पर हम अधिक कारोबार करते। हीरा क्षेत्र में खरीदार की तलाश करना उतना आसान भी नहीं है।' काकलोटकर की कंपनी पिछले दस साल से आयात-निर्यात कारोबार में है।