Edited By jyoti choudhary,Updated: 07 May, 2018 06:59 PM
देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक आई.सी.आई.सी.आई. का मुनाफा 50 फीसदी गिरा। वित्त वर्ष 2018 की चौथी तिमाही में बैंक को 1020 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ है। जबकि वित्त वर्ष 2017 की चौथी तिमाही में बैंक का मुनाफा 2014 करोड़ रुपए रहा था।
नई दिल्लीः देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक आई.सी.आई.सी.आई. का मुनाफा 50 फीसदी गिरा। वित्त वर्ष 2018 की चौथी तिमाही में बैंक को 1020 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ है। जबकि वित्त वर्ष 2017 की चौथी तिमाही में बैंक का मुनाफा 2014 करोड़ रुपए रहा था। चौथी तिमाही के दौरान बैंक का प्रोविजंस 128.61 फीसदी बढ़कर 6625.75 करोड़ रुपए हो गया, जिसका असर मुनाफे पर दिखा। इस दौरान बैंक का बैड लोन भी बढ़ गया है।
बैंक ने वित्त वर्ष 2018 के लिए 1.5 रुपए प्रति शेयर डिविडेंड देने का ऐलान किया है। तिमाही आधार पर आई.सी.आई.सी.आई. बैंक का ग्रॉस एनपीए 7.82 फीसदी से बढ़कर 8.84 फीसदी हो गया है। वहीं, सालाना आधार पर यह 7.89 फीसदी से बढ़कर 8.84 फीसदी हो गया है। तिमाही आधार पर आई.सी.आई.सी.आई. बैंक का नेट एनपीए 4.20 फीसदी से बढ़कर 4.77 फीसदी हो गया है। वहीं, सालाना आधार पर यह 4.89 फीसदी से घटकर 4.77 फीसदी हो गया है। रुपए में बैंक का ग्रॉस एनपीए तिमाही आधार पर 46,038 करोड़ रुपए से बढ़कर 54,062 करोड़ रुपए हो गया है। वहीं, नेट एनपीए 23,810 करोड़ रुपए से बढ़कर 27,886 करोड़ रुपए हो गया है।