Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 May, 2017 02:24 PM
जी.एस.टी. लागू होने से परिवहन क्षेत्र तेजी से संगठित होगा।
नई दिल्लीः जी.एस.टी. लागू होने से परिवहन क्षेत्र तेजी से संगठित होगा। राज्यों के वैट के दौर में सीमाओं पर बने चेक पोस्ट खत्म होने से वस्तुओं को परिवहन हिसाब-किताब में लाने को बढ़ावा मिलेगा। रेटिंग एजेंसी इक्रा ने यह उम्मीद जाहिर की है। एजेंसी के अनुसार जी.एस.टी. लागू होने से सड़क परिवहन क्षेत्र का विकास होगा और धीरे-धीरे संगठित परिवहन क्षेत्र विकसित होगा।
होंगे 3 तरह के बदलाव
इक्रा ने एक बयान में कहा है कि नए टैक्स युग में पूरे देश में परिवहन और भंडारण में तेजी से बदलाव होगा। इससे तीन तरह के बदलाव देखने को मिलेंगे। वेयरहाउस नेटवर्क का कंसोलिडेशन होगा। वेयरहाउसों के समूचे नेटवर्क में बड़ा बदलाव भी होगा। एक्सप्रेस और परंपरागत ट्रांसपोर्टरों के बीच एक समान कार्य स्थितियां पैदा होंगी।
बढ़ेगा वेयरहाउसों का आकार
एजेंसी के अनुसार दूसरे राज्य में माल की बिक्री होने पर अभी 2 प्रतिशत अतिरिक्त केंद्रीय बिक्री कर (सी.एस.टी.) लगता है। इससे जगह-जगह वेयरहाउस बनाने की जरूरत खत्म होगी। जी.एस.टी. के बाद वेयरहाउस स्थापित करने में मांग पर ध्यान रखा जाएगा। माल का परिवहन बड़े ट्रकों से होगा और वेयरहाउसों का आकार बढ़ेगा। माल की ढुलाई की रफ्तार में भी सुधार होगा। इससे परिवहन में समय कम लगेगा क्योंकि वैट के चेक पोस्ट खत्म हो जाएंगे।