Edited By Supreet Kaur,Updated: 18 Jul, 2018 11:51 AM
आईडीबीआई बैंक के निदेशक मंडल ने बैंक में 51 फीसदी हिस्सेदारी हासिल करने के भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के प्रस्ताव पर सरकार से जरूरी निर्देश लेने का फैसला किया है। इससे पहले एलआईसी निदेशक मंडल की बैठक हुई थी जिसमें उसके निदेशक मंडल ने...
बिजनेस डेस्कः आईडीबीआई बैंक के निदेशक मंडल ने बैंक में 51 फीसदी हिस्सेदारी हासिल करने के भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के प्रस्ताव पर सरकार से जरूरी निर्देश लेने का फैसला किया है। इससे पहले एलआईसी निदेशक मंडल की बैठक हुई थी जिसमें उसके निदेशक मंडल ने आईडीबीआई बैंक में एलआईसी की हिस्सेदारी बढ़ाकर 51 फीसदी किए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी।
बैंक के निदेशक मंडल की बैठक के बाद बैंक ने कहा कि उसे एलआईसी से कल एक पत्र प्राप्त हुआ है। उसमें बीमा कंपनी ने प्रवर्तक के तौर पर आईडीबीआई बैंक में तरजीही शेयर आवंटन/ खुली पेशकश या दोनों के जरिए हिस्सेदारी बढ़ाकर 51 फीसदी करने में रूचि दिखाई है। एलआईसी के प्रस्ताव पर आगे के कदम के बारे में सरकार से निर्देश प्राप्त करने का फैसला किया गया। संपत्ति गुणवत्ता के मामले में बैंक की स्थिति अन्य बैंकों के मुकाबले बदतर है। बैंक का फंसा कर्ज 28 फीसदी है। निदेशक मंडल की बैठक में एलआईसी के प्रस्ताव पर आगे के कदम के बारे में सरकार से जरूरी निर्देश प्राप्त करने का फैसला किया गया।
एलआईसी की वर्तमान में आईडीबीआई बैंक में 7.98 फीसदी हिस्सेदारी है जबकि 31 मार्च 2018 को यह हिस्सेदारी 10.82 फीसदी पर थी। सरकार की तरफ से इक्विटी पूंजी डाले जाने से हिस्सेदारी बढ़कर 86 फीसदी पर पहुंच गई। शेष हिस्सेदारी अन्य के पास है। प्रस्ताव पहले ही सरकार को भेजे जा चुके हैं और इसकी मंजूरी मिलने के बाद अंतिम मंजूरी के लिए इसे अंतिम मंजूरी के लिए फिर से बैंक के निदेशक मंडल के समक्ष रखा जाएगा। उसके बाद बैंक को रिजर्व बैंक और सेबी से सौदे की मंजूरी लेनी होगी।