Edited By jyoti choudhary,Updated: 27 Jun, 2020 01:38 PM
बुनियादी ढांचा क्षेत्र को ऋण उपलब्ध कराने वाली आईएफएसीआई लि. को बीते वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी (जनवरी-मार्च) तिमाही में 584.19 करोड़ रुपए का एकीकृत शुद्ध घाटा हुआ है।
नई दिल्लीः बुनियादी ढांचा क्षेत्र को ऋण उपलब्ध कराने वाली आईएफएसीआई लि. को बीते वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी (जनवरी-मार्च) तिमाही में 584.19 करोड़ रुपए का एकीकृत शुद्ध घाटा हुआ है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में उसे 86.15 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ था।
आईएफसीआई लि. ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा कि तिमाही के दौरान उसकी आय बढ़कर 858.99 करोड़ रुपए हो गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 637.61 करोड़ रुपए थी। कंपनी ने कहा कि ब्याज आमदनी बढ़ने से उसकी कुल आय बढ़ी है। कंपनी ने कहा कि शुल्क और कमीशन आय की वजह से उसे नुकसान हुआ है। यह इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही के स्तर पर ही है। पूरे वित्त वर्ष 2019-20 में कंपनी का शुद्ध घाटा कम होकर 223.21 करोड़ रुपए रह गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष 2018-19 में 475.99 करोड़ रुपए था।
वित्त वर्ष के दौरान कंपनी की आय घटकर 2,905.68 करोड़ रुपए रह गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 3,134.49 करोड़ रुपये रही थी। आईएफसीआई ने कहा कि उसके निदेशक मंडल की शुक्रवार को हुई बैठक में 25,000 करोड़ रुपए तक का कर्ज जुटाने के लिए संसाधन योजना नीति को मंजूरी दी गई।