Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Aug, 2017 12:32 PM
एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि वस्तु और सेवा कर यानी जीएसटी के क्रियान्वयन के बाद
नई दिल्ली: एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि वस्तु और सेवा कर यानी जीएसटी के क्रियान्वयन के बाद आयात पर सीमा शुल्क और एकीकृत जीएसटी यानी आईजीएसटी से राजस्व संग्रह जुलाई में लगभग दोगुना 30,000 करोड़ रुपए रहा. यह राजस्व सीमा शुल्क, आईजीएसटी, प्रतिपूरक शुल्क (सीवीडी), विशेष अतिरिक्त शुल्क (एसएडी) और उपकर शामिल हैं. इससे पहले साल 2016 के जुलाई में अप्रत्यक्ष टैक्स संग्रह 16,000 करोड़ रुपए था। जी.एस.टी. को एक जुलाई से लागू किया गया है। इसने उत्पाद शुल्क, सेवा कर और वैट समेत एक दर्जन से अधिक केंद्रीय और राज्य शुल्कों का स्थान लिया है।
हालांकि केंद्रीय जीएसटी तथा राज्य जीएसटी से प्राप्त कर राजस्व के बारे में जानकारी घरेलू विनिर्माताओं, कारोबारियों तथा व्यापारियों के अपना कर रिटर्न दाखिल किए जाने के बाद मिलेगी।अबतक उत्पाद शुल्क और वैट प्रदाता 71.30 लाख जीएसटीएन पोर्टल से जुड़े हैं। इसके 13 लाख नए पंजीकरण हुए हैं। जीएसटी व्यवस्था में कर रिटर्न कल से भरा जा सकता है और सुविधा 20 अगस्त तक खुली रहेगी। कंपनियों को जंलाई का अंतिम जीएसटी रिटर्न पांच सितंबर तक भरना है।