Edited By Supreet Kaur,Updated: 08 Jun, 2018 01:51 PM
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के रेपो दर बढ़ाने के निर्णय का स्वागत किया है। आरबीआई ने कच्चे तेल के ऊंचे दामों से महंगाई बढ़ने और अतिरिक्त जोखिम में उछाल को देखते हुए दर को 0.25 प्रतिशत बढ़ाकर 6.25 प्रतिशत किया।
वाशिंगटनः अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के रेपो दर बढ़ाने के निर्णय का स्वागत किया है। आरबीआई ने कच्चे तेल के ऊंचे दामों से महंगाई बढ़ने और अतिरिक्त जोखिम में उछाल को देखते हुए दर को 0.25 प्रतिशत बढ़ाकर 6.25 प्रतिशत किया।
आरबीआई ने बुधवार को मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की द्वैमासिक समीक्षा बैठक के अंतिम दिन मुख्य नीतिगत दर रेपो को 25 आधार अंक यानी 0.25 प्रतिशत बढ़ाकर 6.25 प्रतिशत कर दिया। रेपो दर में करीब साढ़े चार वर्ष बाद वृद्धि की गई है। आईएमएफ के प्रवक्ता गैरी राइस ने कहा, हम आरबीआई के रेपो दर बढ़ाने के फैसले का स्वागत करते हैं।
उन्होंने कहा कि तेल की उच्च कीमतों के कारण मुद्रास्फीति बढ़ने और जोखिम में उछाल, विनिमय दर अवमूल्यन तथा अन्य घरेलू कारणों को ध्यान में रखते हुए आईएमएफ को लगता है कि रिजर्व बैंक द्वारा उठाया कदम उचित है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले जनवरी 2014 में आरबीआई ने रेपो दर को बढ़ाकर आठ प्रतिशत किया था।