Edited By jyoti choudhary,Updated: 07 May, 2019 04:21 PM
अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष की अध्यक्षत और प्रबंध निदेशक क्रिस्टीन लेगार्ड ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका और चीन के बीच व्यापार तनाव विश्व अर्थव्यवस्था के लिए सबसे बड़ा खतरा है।
बिजनेस डेस्कः अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष की अध्यक्षत और प्रबंध निदेशक क्रिस्टीन लेगार्ड ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका और चीन के बीच व्यापार तनाव विश्व अर्थव्यवस्था के लिए सबसे बड़ा खतरा है।
पेरिस में एक सम्मेलन के दौरान लेगार्ड ने संवाददाताओं से कहा, 'स्पष्ट रूप से अमेरिका तथा चीन के बीच तनाव दुनिया की अर्थव्यवस्था के लिए खतरा है।' उन्होंने यह भी कहा कि ताजा अफवाहों और ट्वीट-संदेशों से दोनों देशों के बीच किसी व्यापार समझौते के होने की संभावना कम हुई है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को ट्विटर पर संदेश देकर वैश्विक बाजार को झटका दिया। उन्होंने कहा कि चीन से आयातित 200 अरब डॉलर के वस्तुओं पर शुल्क की दर मौजूदा 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 25 प्रतिशत किया जाएगा। पेरिस फोरम के इस कार्यक्रम में फ्रांस के अर्थव्यवस्था मंत्री ब्रुनो ले मायरे ने दुनिया की दो बड़ी अर्थव्यवसथा के बीच व्यापार युद्ध के प्रभावों को लेकर आगाह किया। फ्रांसीसी मंत्री ने कहा, 'हम चीन और अमेरिका के बीच मौजूदा बातचीत पर नजर रख रहे हैं। हम चाहते हैं कि दोनों देश पारदर्शिता और बहुपक्षवाद के सिद्धांतों का सम्मान करे।'
मंत्री ने दोनों पक्षों से ऐसे निर्णय लेने से बचने को कहा जिसका वैश्विक वृद्धि पर नकारात्मक असर पड़े। चीन ने मंगलवार को कहा कि उसके मुख्य व्यापार वार्ताकार अमेरिकी प्रतिनिधियों के साथ बातचीत के लिए इसी हफ्ते अमेरिका जाएंगे।
गौरतलब है कि पिछले करीब एक साल से दोनों देशों में छिड़ी व्यापारिक जंग से वैश्विक अर्थव्यवस्था को नुकसान हुआ है। इस व्यापर का असर भारत पर भी पड़ा है। इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले साल जुलाई और अगस्त में चीन से आयातित 50 अरब डॉलर की वस्तुओं पर 25 फीसदी आयात शुल्क लगा दिया था, उसके बाद 200 अरब डॉलर की अतिरक्ति वस्तुओं पर सितंबर में 10 फीसदी आयात शुल्क लगाया था।
दरअसल, व्यापारिक रिश्ते को लेकर दोनों देशों के बीच 11वें दौर की बातचीत वॉशिंगटन में होने वाली है लेकिन इससे ठीक पहले डोनाल्ड ट्रंप ने चीन को लेकर अपने तेवर सख्त कर लिए हैं, जिससे बातचीत पर विराम लग सकता है।