IMF ने की भारत की सराहना कहा- बेहतर आर्थिक नीतियों की वजह से उबरी इंडियन इकोनॉमी

Edited By jyoti choudhary,Updated: 20 Apr, 2022 12:53 PM

imf praised india and said indian economy recovered due to better

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की प्रमुख क्रिस्टालिना जॉर्जीवा से मंगलवार को मुलाकात की। इस दौरान दोनों के बीच भू-राजनीतिक हालात के असर सहित कई मुद्दों पर चर्चा हुई। आईएमएफ और विश्व बैंक की सालाना बैठकों से इतर हुई...

वाशिंगटनः वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की प्रमुख क्रिस्टालिना जॉर्जीवा से मंगलवार को मुलाकात की। इस दौरान दोनों के बीच भू-राजनीतिक हालात के असर सहित कई मुद्दों पर चर्चा हुई। 

आईएमएफ और विश्व बैंक की सालाना बैठकों से पहले हुई इस मुलाकात में आईएमएफ की प्रबंध निदेशक ने भारत की आर्थिक नीतियों की सराहना की और कहा कि बेहतर आर्थिक नीतियों के कारण इंडियन इकोनॉमी उबरी है। 

आई.एम.एम. प्रमुख ने कहा कि भारत की लक्षित नीतियों ने अर्थव्यवस्था को सीमित वित्तीय साधनों के साथ लचीला रखने में मदद की है। उन्होंने आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका को भारत द्वारा दी गई मदद की भी सराहना की। साथ ही भरोसा दिलाया कि आई.एम.एफ. श्रीलंका से सक्रिय रूप से जुड़कर काम करता रहेगा।

निर्मला सीतारमण की इस मुलाकात के बाद वित्त मंत्रालय ने एक ट्वीट कर कहा, "वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने हाल के भू-राजनीतिक घटनाक्रमों पर चर्चा करते हुएग्लोबल इकोनॉमी पर इसके प्रभाव और इसके कारण ऊर्जा की बढ़ती कीमतों से जुड़ी चुनौतियों के बारे में चिंता जताई।" वित्त मंत्री ने आई.एम.एफ.प्रमुख को आर्थिक सुधारों से संबंधित भारतीय नीति से भी अवगत कराया। उन्होंने बताया कि भारत सरकार पूंजीगत व्यय के जरिए आर्थिक विकास को बढ़ावा दे रही है। प्रमुख संरचनात्मक सुधारों, मजबूत मौद्रिक नीतियों और उदार राजकोषीय रुख ने कोरोना महामारी से उबरने में इंडियन इकोनॉमी की मदद की है।

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वित्त मंत्री ने क्रिप्टोकरेंसी को देशों के लिए बड़ा खतरा
आईएमएफ द्वारा आयोजित सेमिनार ‘स्प्रिंग मीट’ में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने क्रिप्टोकरेंसी की आलोचना की है। अमेरिका में हो रहे इस सेमिनार में उन्होंने कहा कि कहा कि बैठक में शामिल सभी सदस्य देशों के लिए क्रिप्टोकरेंसी का सबसे बड़ा खतरा उसका आतंक के वित्तपोषण और धनशोधन के लिए इस्तेमाल होना है।

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उन्होंने कहा कि इसका इकलौता जवाब है तकनीक के माध्यम से रेग्युलेशन। उन्होंने कहा टेक्नोलॉजी से रेग्युलेशन इस प्रकार का होना चाहिए कि वह पिछड़े नहीं बल्कि चीज़ों को अपने नियंत्रण में ले। उन्होंने कहा कि अगर कोई देश सोचता है कि वह अकेले इस संभाल लेगा तो ऐसा संभव नहीं है। इस पर सभी देशों को मिलकर काम करना होगा।

लेन-देन का पता लगाने के लिए लागू किया टैक्स
वित्त मंत्री ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी से लेन-देन करने वाले लोगों पर नजर रखने के लिए सरकार ने इस पर 30 फीसदी टैक्स लगाया है। इससे यह पता चल सकेगा कि कौन लोग लेन-देन में शामिल हैं। उन्होंने कहा, "हम इलैक्ट्रॉनिक कोड में किए जा रहे इस लेन-देन को कैसे ट्रैक कर सकते हैं। इसी कारणवश हमने इस पर टैक्स लगाया ताकि पता लगाया जा सके कि कौन इसे बेच और कौन खरीद रहा है।

8.5% ग्रोथ रेट की उम्मीद
इसे देखते हुए उम्मीद जताई जा रही है कि इस साल भारत की ग्रोथ रेट दुनिया में सबसे अधिक रहेगी। आर्थिक सर्वे के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष 2022-23 में भारत 8-8.5 फीसदी की विकास दर हासिल कर सकता है।

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सीतारमण ने श्रीलंका के वित्त मंत्री अली साबरी से भी मुलाकात की। श्रीलंका की मौजूदा आर्थिक स्थिति और चुनौतियों पर दोनों नेताओं ने चर्चा की। उन्होंने साबरी को भरोसा दिया कि एक घनिष्ठ मित्र और अच्छे पड़ोसी के रूप में श्रीलंका को हर संभव मदद देने की भारत कोशिश करेगा।

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