Edited By Supreet Kaur,Updated: 16 Oct, 2018 02:15 PM
वर्ष 2018 के पूर्वार्द्ध में भारत ने 22 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) अाकर्षित किया है। हालांकि इस दौरान वैश्विक एफडीआई 41 फीसदी गिर गया है। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। संयुक्त राष्ट्र व्यापार एवं विकास...
संयुक्तराष्ट्रः वर्ष 2018 के पूर्वार्द्ध में भारत ने 22 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) अाकर्षित किया है। हालांकि इस दौरान वैश्विक एफडीआई 41 फीसदी गिर गया है। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। संयुक्त राष्ट्र व्यापार एवं विकास सम्मेलन (अंकटाड) ने सोमवार को जारी ‘इन्वेस्टमेंट ट्रेंड मॉनिटर’ रिपोर्ट में कहा कि दक्षिण एशियाई देशों में भारत ने 2018 के पूर्वार्द्ध में 22 अरब डॉलर का एफडीआई आर्किषत किया। इससे पूरे दक्षिण एशिया के एफडीआई में 13 फीसदी वृद्धि हुई।
रिपोर्ट में कहा गया कि 22 अरब डॉलर के एफडीआई के साथ भारत ने किसी तरह शीर्ष 10 आकर्षक देशों की सूची में स्थान बरकरार रखा है। आलोच्य अवधि के दौरान 70 अरब डॉलर के एफडीआई के साथ चीन शीर्ष पर रहा। इसके बाद 65.5 अरब डॉलर के साथ ब्रिटेन दूसरे, 46.5 अरब डॉलर के साथ अमेरिका तीसरे, 44.8 अरब डॉलर के साथ नीदरलैंड चौथे, 36.1 अरब डॉलर के साथ ऑस्ट्रेलिया पांचवें, 34.7 अरब डॉलर के साथ सिंगापुर छठे और 25.5 अरब डॉलर के साथ ब्राजील सातवें स्थान पर रहा।
इस दौरान वैश्विक एफडीआई पिछले साल के 794 अरब डॉलर से 41 फीसदी गिरकर 470 अरब डॉलर पर आ गया। इसका कारण अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की सरकार द्वारा किए गए कर सुधारों से अमेरिकी कंपनियों का एफडीआई बाधित हो जाना रहा है। अंकटाड के निदेशक (डिविजन ऑन इन्वेस्टमेंट एंड एंटरप्राइज) जेम्स झान ने कहा कि कुल मिलाकर वैश्विक आर्थिक तस्वीर धुंधली है।