Edited By jyoti choudhary,Updated: 24 Dec, 2021 02:10 PM
भारत वर्ष 2030 तक कृषि प्रौद्योगिकी एवं संबद्ध क्षेत्रों में 272 अरब डॉलर के निवेश के साथ 15.2 करोड़ रोजगार सृजित कर सकता है और इससे 813 अरब डॉलर का राजस्व भी अर्जित करने की क्षमता रखता है। ऐसा होने पर यह देश में निजी क्षेत्र का सबसे बड़ा उद्योग बन...
मुंबईः भारत वर्ष 2030 तक कृषि प्रौद्योगिकी एवं संबद्ध क्षेत्रों में 272 अरब डॉलर के निवेश के साथ 15.2 करोड़ रोजगार सृजित कर सकता है और इससे 813 अरब डॉलर का राजस्व भी अर्जित करने की क्षमता रखता है। ऐसा होने पर यह देश में निजी क्षेत्र का सबसे बड़ा उद्योग बन जाएगा। एस्पायर इम्पैक्ट की कृषि एवं खाद्य क्षेत्र पर जारी एक रिपोर्ट में यह अनुमान जताया गया है।
इसके मुताबिक, देश के लिए अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार बने रहने के साथ, कृषि प्रौद्योगिकी और संबद्ध क्षेत्रों में निवेश भारतीय कृषि का चेहरा खाद्य सुरक्षा और टिकाऊ कृषि समाधानों के लिए दूरगामी प्रभाव के साथ बदल सकता है। एस्पायर सर्कल और क्रिएटर-इम्पैक्ट फ्यूचर प्रोजेक्ट के संस्थापक अमित भाटिया ने कहा कि पिछले एक दशक में भारत ने कृषि क्षेत्र में करीब 9 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आकर्षित किया है। उन्होंने कहा कि मौजूदा दशक भारतीय उद्योग जगत के लिए इस क्षेत्र में अपार क्षमता का लाभ उठाने और इसे टिकाऊ एवं भविष्य के लिए तैयार करने का अवसर लेकर आया है।