Edited By jyoti choudhary,Updated: 04 May, 2021 01:31 PM
भारत में कोरोना की दूसरी लहर का कहर जारी है। पिछले कई दिनों से देश में 3 लाख से ज्यादा नए केस दर्ज हो रहे हैं। भारत ने 4 लाख नए संक्रमण मामलों का भी रिकॉर्ड बनाया है। मौतों की संख्या भी बढ़ती जा रही है और एरोजाना 350,000 से ऊपर नए मामले आ रहे हैं।...
बिजनेस डेस्कः भारत में कोरोना की दूसरी लहर का कहर जारी है। पिछले कई दिनों से देश में 3 लाख से ज्यादा नए केस दर्ज हो रहे हैं। भारत ने 4 लाख नए संक्रमण मामलों का भी रिकॉर्ड बनाया है। मौतों की संख्या भी बढ़ती जा रही है और एरोजाना 350,000 से ऊपर नए मामले आ रहे हैं। भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन का कहना है कि संक्रमण में तेजी से 'नेतृत्व और दूरदर्शिता की कमी' सामने आई है।
ब्लूमबर्ग के साथ एक इंटरव्यू में राजन ने कहा कि पिछले साल की पहली वेव के बाद दोबारा संक्रमण में तेजी आना दिखाता है कि लोग संतुष्ट होकर बैठ गए थे। राजन ने कहा, "अगर आप सावधान होते, अगर आप चौकन्ने होते, तो आपको समझना चाहिए था कि ये अभी खत्म नहीं हुआ है।" राजन ने कहा, "अगर कोई इस बात पर ध्यान दे रहा है कि दुनियाभर में क्या हो रहा है, जैसे कि ब्राजील का उदाहरण देखिए, तो उसे समझना चाहिए कि वायरस लौटकर आता है और संभावित रूप से ज्यादा संक्रामक रूप में।"
'भारत ने पर्याप्त वैक्सीन नहीं बनाई'
राजन ने ब्लूमबर्ग से कहा, "पिछले साल मामलों में कमी आने के बाद ऐसा समझा गया कि हमने सबसे बुरा दौर देख लिया है और हम इससे निकल गए है और अब इकनॉमी खोली चाहिए। इसी संतुष्टता से हमें नुकसान हुआ।" “पहली वेव के खिलाफ थोड़ी सफलता की वजह से ही शायद भारत ने अपनी जनसंख्या के लिए पर्याप्त वैक्सीन नहीं बनाई। हो सकता है सोचा गया हो कि अभी समय है कि हम वायरस से निपट चुके हैं और वैक्सीनेशन धीरे-धीरे शुरू कर सकते हैं।”