Edited By jyoti choudhary,Updated: 21 Feb, 2020 05:33 PM
भारत ने नेपाल, इंडोनेशिया और बांग्लादेश तीन देशों से लगभग पांच लाख टन रिफाइंड पाम तेल इंपोर्ट करने के लिए 70 लाइसेंस जारी किए हैं। सूत्रों ने यह जानकारी दी है। यह खबर तब आई है, जब अभी 8 जनवरी को ही सरकार ने रिफाइंड पाम तेल के आयात पर प्रतिबंध लगा...
नई दिल्लीः भारत ने नेपाल, इंडोनेशिया और बांग्लादेश तीन देशों से लगभग पांच लाख टन रिफाइंड पाम तेल इंपोर्ट करने के लिए 70 लाइसेंस जारी किए हैं। सूत्रों ने यह जानकारी दी है। यह खबर तब आई है, जब अभी 8 जनवरी को ही सरकार ने रिफाइंड पाम तेल के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया था।
सूत्रों ने कहा कि विदेश व्यापार महानिदेशालय ने करीब पांच लाख टन रिफाइंड पाम तेल आयात करने के लिए 60-70 इंपोर्ट लाइसेंस जारी किए हैं। ये लाइसेंस केवल 18 महीने की अवधि के लिए वैध होंगे। इस वित्त वर्ष में अप्रैल-दिसंबर के दौरान भारत ने लगभग 23 लाख टन रिफाइंड पाम तेल यानी हर महीने लगभग 2.5 लाख टन तेल का आयात किया।
भारत दुनिया में वनस्पति तेलों का सबसे बड़ा इंपोर्टप है और सालाना लगभग डेढ करोड़ टन का आयात करता है। इसमें से पाम तेल का 90 लाख टन आयात शामिल है, जबकि बाकी 60 लाख टन सोयाबीन और सूरजमुखी का तेलों का आयात किया जाता है।
इंडोनेशिया और मलेशिया दो देश हैं जो ताड़ यानी पॉम तेल की सप्लाई करते हैं। मलेशिया एक साल में 1.90 करोड़ टन ताड़ के तेल का उत्पादन करता है, जबकि इंडोनेशिया 4.30 करोड़ टन पॉम तेल का उत्पादन करता है। सरकार का रिफाइंड पॉम तेल को बैन्ड लिस्ट में लाने का कदम नए नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) और कश्मीर मुद्दे पर मलेशिया की टिप्पणी की बैकग्राउंड में सामने आया।