Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Mar, 2018 04:32 PM
अमेरिका की ओर से कई उत्पादों पर उच्च आयात शुल्क लगाए जाने की घोषणा के बाद व्यापार युद्ध की चिंताएं बढ़ती जा रही है। अमेरिकियों को लगता है कि भारत मसालों को लेकर जवाबी कार्रवाई कर सकता है।
वॉशिंगटनः अमेरिका की ओर से कई उत्पादों पर उच्च आयात शुल्क लगाए जाने की घोषणा के बाद व्यापार युद्ध की चिंताएं बढ़ती जा रही है। अमेरिकियों को लगता है कि भारत मसालों को लेकर जवाबी कार्रवाई कर सकता है। ट्रंप प्रशासन के एक शीर्ष अधिकारी ने आज कहा कि भारत ऐसी स्थिति में हो सकता है जहां वह जवाबी कार्रवाई करना चाहेगा।
अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि (यूएसटीआर) रॉबर्ट लाइथिजर ने सांसदों को बताया कि भारत की व्यापार प्रणाली मुक्त नहीं है और उसमें बहुत- सी दिक्कतें हैं। उन्होंने कहा, 'मेरा अंदाजा है कि भारत उस स्थिति में हो सकता है जहां वह जवाबी कार्रवाई करना चाहेगा। मुझे लगता है कि वहां कुछ दिक्कतें हैं। भारत के साथ अमेरिका का व्यापार उसके पक्ष में है और वह अधिशेष की स्थिति में है।'
यू.एस.टी.आर. ने कहा, 'उनके पास एक ऐसी प्रणाली है जिसमें कई खामियां है। हम सभी को उनके साथ मिलकर काम करना चाहिए। यह एक गंभीर समस्या है और जिस पर हमने विचार किया है।' रॉबर्ट मेरीलैंड के सीनेटर बेन कार्डिन के सवाल पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिन्होंने अमेरिकी मसाला उद्योग की चिंताओं को सांझा किया था। अमेरिकी मसाला उद्योग मसालों का आयात करने के लिए भारत जैसे देशों पर बड़े पैमाने पर निर्भर है और उन्हें डर सता रहा है कि भारत जवाबी कार्रवाई कर सकता है।
कार्डिन ने कहा, 'जवाबी कार्रवाई के संबंध में मेरे पास कई सारी समस्याएं हैं। उदाहरण के तौर पर अमेरिकी की शीर्ष मसाला कंपनी मैककोर्मिक को ले लीजिए। वह ज्यादा से चीजें बाहर से मंगाते हैं। अपने मसाले के लिए उन्हें अन्य देशों से उत्पाद मंगाना पड़ता है।' कार्डिन ने कहा, 'वास्तव में हमारे लिए चिंता का विषय यह है कि यदि जवाबी कार्रवाई की गई तो उनके पास कोई विकल्प नहीं बचेगा। मैं मैककॉर्मिक को क्या बताऊं?'