Edited By jyoti choudhary,Updated: 26 Jun, 2020 03:19 PM
भारत आईफोन मैन्युफैक्चरिंग का सबसे बड़ा हब बन सकता है। दरअसल आईफोन बनाने वाले दोनों कॉन्ट्रैक्टर्स ने केंद्र सरकार की 41,000 करोड़ रुपए की प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) योजना में आवेदन किया है।
नई दिल्लीः भारत आईफोन मैन्युफैक्चरिंग का सबसे बड़ा हब बन सकता है। दरअसल आईफोन बनाने वाले दोनों कॉन्ट्रैक्टर्स ने केंद्र सरकार की 41,000 करोड़ रुपए की प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) योजना में आवेदन किया है।
इन कंपनियों ने किया आवेदन
अगर सरकार इन्हें चुनती है, तो इनका सबसे बड़ा केंद्र भारत में बनेगा और भारत आईफोन का सबसे बड़ा हब बन जाएगा। मामले में दूरसंचार मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि एपल के लिए आईफोन बनाने वाले वैश्विक कॉन्ट्रैक्टर फॉक्सकॉन और विस्ट्रोन दोनों ने योजना के लिए आवेदन किया है। ये दोनों कंपनियां पहले से ही भारत में मौजूद हैं। फॉक्सकॉन का कारखाना चेन्नई में है, जबकि विस्ट्रोन का बंगलूरू में। एपल के अतिरिक्त फॉक्सकॉन कई अन्य कंपनियों के लिए भी फोन बनाती है।
सभी iPhone se 2020 होंगे मेड इन इंडिया
एपल ने हाल ही में अपना सबसे सस्ता आईफोन iPhone se 2020 को पेश किया था। खबर है कि एपल iPhone se 2020 भारत में मैन्युफैक्चर करेगा। भारत में आईफोन मैन्युफैक्चर होने से कंपनी को भी फायदा होगा कि उसे 20 फीसदी आयात शुल्क नहीं देना होगा।
रिपोर्ट के मुताबिक एपल ताइवान के मैन्युफैक्चरर विस्ट्रोन से इसके लिए बात कर रहा है ताकि भारत में आईफोन एसई 2020 के प्रोडक्शन के लिए पार्ट्स उपलब्ध कराए जा सकें। साल 2017 में ही एपल ने भारत में आईफोन के कुछ मॉडल्स को मैन्युफैक्चर करना शुरू किया था। उसके बाद साल 2019 में एपल ने आईफोन XR का प्रोडक्शन भारत में शुरू किया था।
iPhone SE है पहला मेड इन इंडिया आईफोन
द इंफॉर्मेशन की रिपोर्ट के अनुसार, अगले महीने से एपल के चीन के सप्लायर को iPhone SE (2020) के पार्ट्स को ताइवान की कंपनी विस्ट्रोन को सप्लाई करने को कहा है। इस कदम से एपल का आयात कर नहीं देना होगा। बता दें कि एपल का पहला मेड इन इंडिया आईफोन iPhone SE ही है।