Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Mar, 2018 11:12 AM
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि यदि विनिर्माण, सेवा और कृषि क्षेत्र में लगातार वृद्धि हासिल की जाए तो देश का सकल घरेलू उत्पाद (जी.डी.पी.) 5,000 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है। वाणिज्य मंत्री ने इस अवसर पर भारतीय अर्थव्यवस्था
नई दिल्लीः वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि यदि विनिर्माण, सेवा और कृषि क्षेत्र में लगातार वृद्धि हासिल की जाए तो देश का सकल घरेलू उत्पाद (जी.डी.पी.) 5,000 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है। वाणिज्य मंत्री ने इस अवसर पर भारतीय अर्थव्यवस्था में वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए नए व्यावसायिक मॉडल और रणनीति तथा नई प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने और उसे अपनाने में निजी क्षेत्र की भूमिका को अहम बताया।
प्रभु ने कहा कि सरकार इस प्रक्रिया में सुविधा उपलब्ध कराने की भूमिका निभा सकती है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री भारत को 7 वर्ष में 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए गठित कार्यसमूह की बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस बैठक में भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई), फिक्की, आईएफसी, नास्कॉम, नीति आयोग के प्रमुख तथा वाणिज्य विभाग और डीआईपीपी के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में भाग लेने वालों ने इस दौरान प्रौद्योगिकी में होने वाले बदलाव, जलवायु परिवर्तन से आने वाली चुनौतियों, भारत की जन-सांख्यिकीय लाभ का सकारात्मक इस्तेमाल और विनिर्माण क्षेत्र को वैश्विक मूल्यवर्धन श्रंखला का हिस्सा बनाने के लिए समेकित प्रयास किए जाने पर जोर दिया।