Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Feb, 2018 04:20 PM
वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज ने वर्ष 2018 में भारत की वृद्धि दर 7.6 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। वर्ष 2019 के लिए उसका आकलन 7.5 फीसदी वृद्धि रहने का है। इसकी वजह जी.एस.टी. और नोटबंदी से प्रभावित हुई अर्थव्यवस्था में सुधार होना है।
नई दिल्लीः वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज ने वर्ष 2018 में भारत की वृद्धि दर 7.6 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। वर्ष 2019 के लिए उसका आकलन 7.5 फीसदी वृद्धि रहने का है। इसकी वजह जी.एस.टी. और नोटबंदी से प्रभावित हुई अर्थव्यवस्था में सुधार होना है।
मूडीज का कहना है, ‘‘भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत दिखाई दे रहे हैं जो वर्ष 2016 में नोटबंदी के निर्णय से नकारात्मक तौर पर प्रभावित हुई थी और पिछले साल माल एवं सेवाकर (जी.एस.टी.) को लागू किए जाने से उसकी वृद्धि में बाधा आई थी।’’ इसके अनुसार वित्त वर्ष 2018-19 के लिए प्रस्तावित बजट में कुछ कदम उठाए गए हैं जो आर्थिक अर्थव्यवस्था को स्थिरता दे सकते हैं। नोटबंदी से सबसे ज्यादा यही क्षेत्र प्रभावित हुआ था जिसका अभी भी उबरना बाकी है। मूडीज ने कहा, ‘‘जैसा हमने पहले कहा था कि बैंकों में फिर से पूंजी डालने की योजना से एक समय के बाद ऋण वृद्धि में मदद मिलेगी और यह आर्थिक वृद्धि को सहारा देगा।’’