Edited By rajesh kumar,Updated: 08 Oct, 2020 11:19 AM
यूरोपीय संघ के साथ प्रस्तावित व्यापक आधार वाला व्यापार एवं निवेश समझौता (बीटीआईए) भारत की उच्च प्राथमिकता है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को यह बात कही। य
नई दिल्ली: यूरोपीय संघ के साथ प्रस्तावित व्यापक आधार वाला व्यापार एवं निवेश समझौता (बीटीआईए) भारत की उच्च प्राथमिकता है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को यह बात कही। यह समझौता एक प्रकार का वृहद मुक्त व्यापार समझौते की तरह ही है जिस पर दोनों पक्षों के बीच बातचीत चल रही है।
गोयल ने कहा, ‘यूरोपीय संघ के साथ बीटीआईए भारत की उच्च प्राथमिकता है। हम यूरोपीय संघ के साथ एक मुक्त व्यापार समझौते को लेकर भी काम करने की उम्मीद कर रहे हैं। इसकी शुरुआत संभवत: तरजीही व्यापार समझौते के साथ हो सकती है।’ गोयल यहां यूरोपीय संघ- भारत के बीच सहयोगात्मक आर्थिक वृद्धि पर राजनयिक और उद्योग नेतृत्व पर आयाजित सत्र को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि यूरोपीय संघ भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है और यह 27 देशों का समूह भारतीय निर्यात का दूसरा सबसे बड़ा गंतव्य है। भारत और यूरोपीय संघ के बीच प्रस्ताविक व्यापार समझौता मई 2013 से अटका पड़ा है। दोनों पक्ष अभी तक कई मुद्दों पर मतभेदों को दूर नहीं कर पाये हैं। यूरोपीय संघ को भारत का निर्यात 2019- 20 में 54 अरब डालर रहा जबकि आयात 52 अरब डालर का रहा। गोयल ने कहा कि आगे बढ़ने के लिये यूरोप और भारत के बीच व्यापार अड़चनों को दूर करने की जरूरत है।