Edited By jyoti choudhary,Updated: 03 Apr, 2018 02:18 PM
भारत की मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर ग्रोथ मार्च में 5 माह के निचले स्तर पर पहुंच गई है। निक्कई इंडिया मैन्युफैक्चरिंग पर्चेजिंग मैनेजर इंडेक्स (पी.एम.आई.) में कहा गया कि यह गिरावट बिजनेस ऑर्डस बढ़ने की धीमी गति और कंपनियों की ओर से कम...
नई दिल्लीः भारत की मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर ग्रोथ मार्च में 5 माह के निचले स्तर पर पहुंच गई है। निक्कई इंडिया मैन्युफैक्चरिंग पर्चेजिंग मैनेजर इंडेक्स (पी.एम.आई.) में कहा गया कि यह गिरावट बिजनेस ऑर्डस बढ़ने की धीमी गति और कंपनियों की ओर से कम लोगों को नियुक्त करने की वजह से आई है। मार्च में मैन्युफैक्चरिंग पी.एम.आई. गिरकर 51.0 पर पहुंच गया जो कि पांच साल में सबसे कम है। फरवरी में यह आंकड़ा 52.1 था।
पी.एम.आई. सर्वे में पाया गया कि अक्तूबर के बाद से ऑपरेटिंग कंडीशन में सुधार काफी धीमा है। हालांकि, यह लगातार आठवां महीना है जब इंडेक्स 50 प्वाइंट मार्क से ऊपर है। पीएमआई अगर 50 से ऊपर है तो इसका मतलब है कि विस्तार हो रहा है, जबकि 50 प्वाइंट से नीचे रहने पर इसमें गिरावट माना जाता है।