Edited By rajesh kumar,Updated: 24 Nov, 2020 07:11 PM
कोविड-19 के टीके से जुड़ी सकारात्मक खबरों के बीच एक उद्योग निकाय ने कहा है कि भारत सिरिंज के उत्पादन के मामले में आत्मनिर्भर है।
नई दिल्ली: कोविड-19 के टीके से जुड़ी सकारात्मक खबरों के बीच एक उद्योग निकाय ने कहा है कि भारत सिरिंज के उत्पादन के मामले में आत्मनिर्भर है। ऑल इंडिया सिरिंज एंड नीडल मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (एआईएसएनएमए) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम के लिए जरूरत के मुताबिक प्रतिमाह 35 करोड़ सिरिंज का अतिरिक्त उत्पादन करने की पेशकश की है।
हमारा देश आत्मनिर्भर
पत्र में कहा गया है कि भारत ने मार्च और अप्रैल, 2020 में मास्क और पीपीई किट को लेकर जिन समस्याओं का सामना किया, उससे सबक लेते हुए इस अतिरिक्त क्षमता निर्माण पहले ही कर लिया गया है। पत्र में कहा गया है, ‘एसोसिएशन के सभी सदस्य देश को भरोसा दिलाना चाहते हैं कि सिरिंज की उपलब्धता के मामले में हमारा देश आत्मनिर्भर है। हमें अपनी जरूरतों के लिए देश के बाहर देखने की जरूरत नहीं होगी।’
कोवैक्सीन का तीसरे चरण का परीक्षण शुरू
एआईएसएनएमए ने कहा कि एसोसिएशन के सदस्य देशभर में फैले हैं। वे संबंधित राज्यों/स्थानों पर समयबद्ध तरीके से सिरिंज की उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे। एआईएसएनएमए भारत में सिरिंज विनिर्माताओं का नोडल संघ है। देशभर में इसके 19 सदस्य हैं। बता दें कि बायोटेक कंपनी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक कृष्णा एला ने कहा कि कोविड-19 के टीके ‘कोवैक्सीन’ का तीसरे चरण का परीक्षण शुरू हो गया है। इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए एला ने बताया कि कंपनी कोविड-19 के लिए एक और वैक्सीन पर काम कर रही है और यह नाक के जरिए दी जाने वाली ड्रॉप के रुप में होगी।