Edited By Supreet Kaur,Updated: 18 Aug, 2018 09:22 AM
अमेरिका और चीन के बीच चल रहे ट्रेड वॉर की वजह से भारत को ईरान से तेल खरीदने की छूट मिल सकती है। खबरों के मुताबिक हो सकता है कि 4 नवंबर से यूएस के प्रतिबंध लागू होने के बाद भी भारत ईरान से कच्चा तेल आयात करता रहे। दरअसल चीन के ऑइल इंपोर्टर यूनिपेक ने...
बिजनेस डेस्कः अमेरिका और चीन के बीच चल रहे ट्रेड वॉर की वजह से भारत को ईरान से तेल खरीदने की छूट मिल सकती है। खबरों के मुताबिक हो सकता है कि 4 नवंबर से यूएस के प्रतिबंध लागू होने के बाद भी भारत ईरान से कच्चा तेल आयात करता रहे। दरअसल चीन के ऑइल इंपोर्टर यूनिपेक ने यूएस शिपमेंट को रोक दिया है।
कच्चे तेल पर लगेगा आयात शुल्क
कहा जा रहा है कि चीन अमेरिका के कच्चे तेल पर भी आयात शुल्क लगाने की तैयारी कर रहा है। हालांकि चीन ने पिछले सप्ताह शुल्क की जो लिस्ट जारी की है उसमें कच्चा तेल शामिल नहीं था। जानकारों का कहना है कि ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि कुछ शिप रास्ते में थे और रिफाइनर्स के साथ उनका सौदा पहले से हो चुका था। दूसरे कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि चीन अमेरिका से सौदेबाजी करके सस्ती कीमतों में तेल खरीदना चाहता है।
भारत के लिए फायदेमंद होगा सौदा
उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कि दोनों ही स्थितियां भारत के लिए फायदेमंद हैं। चीन एशिया में सबसे बड़ा तेल आयातक है और ईरान का भी बड़ा ग्राहक है। भारत ईरान से तेल खरीदने वाला दूसरा सबसे बड़ा आयातक देश है। रिफाइनिंग कंपनियों के अधिकारियों के मुताबिक अगर चीन यूएस से तेल नहीं खरीदता है तो उसका बड़ा आयातक भारत बचेगा। ऐसे में भारत 5-6 फीसदी आयात बढ़ा सकता है। ऐसे में भारत के पास अमेरिका से अपनी शर्त मनवाने का मौका होगा और प्रतिबंधों को लेकर भी अपनी बात मनवाई जा सकती है।