Edited By Supreet Kaur,Updated: 20 Sep, 2018 12:43 PM
ईरान पर पेट्रोलियम से जुड़े प्रतिबंध लगने पर भारतीय रिफाइनिंग कंपनियां तेल के लिए उसे रुपए में भुगतान करेंगी। इस भुगतान के लिए यूको बैंक और आईडीबीआई बैंक का इस्तेमाल किया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि भारत ने अपना आयात जारी रखने के लिए अमेरिका से छूट...
नई दिल्लीः ईरान पर पेट्रोलियम से जुड़े प्रतिबंध लगने पर भारतीय रिफाइनिंग कंपनियां तेल के लिए उसे रुपए में भुगतान करेंगी। इस भुगतान के लिए यूको बैंक और आईडीबीआई बैंक का इस्तेमाल किया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि भारत ने अपना आयात जारी रखने के लिए अमेरिका से छूट प्राप्त करने के मकसद से ईरान से अपनी तेल की खरीदारी कम करने की भी पेशकश की है।
प्रतिबंध लागू होने से पहले ईरान के तेल निर्यात में कमी आई है क्योंकि बहुत से देशों ने उससे तेल की खरीदारी में कमी करना शुरू कर दिया है। इंडियन ऑइल कॉर्प, मैंगलोर रिफाइनरी ऐंड पेट्रोकेमिकल्स (एमआरपीएल) और नयारा एनर्जी (पहले एस्सार ऑइल) ईरान से बड़ी मात्रा में तेल की खरीदारी करने वाली कंपनियों में शामिल हैं। ईरान से तेल खरीदने पर फ्रेट का खर्च कम होता है और 60 दिन का लंबा उधार भी मिलता है।
भारतीय रिफाइनिंग कंपनियों की ईरान से सितंबर और अक्टूबर में तेल खरीदने की योजना का मतलब है कि उन्हें 4 नवंबर को प्रतिबंध लागू होने के बाद इसके लिए भुगतान करना होगा। सूत्रों का कहना है कि ईरान को तेल का भुगतान करने के लिए पहली पसंद यूको बैंक होगा क्योंकि वह पहले भी ऐसे प्रतिबंधों के दौरान भुगतान का जरिया रह चुका है। भारत तेल के अपने आयात का लगभग 10 फीसदी ईरान से करता है। भारत की दलील है कि उसकी बहुत सी रिफाइनरीज की तकनीकी स्थिति की वजह से उसे ईरान पर क्रूड के लिए काफी निर्भर करना पड़ता है। ईरान से तेल का आयात करने की कॉस्ट भी कम है।