Edited By jyoti choudhary,Updated: 20 Sep, 2019 06:47 PM
संचार, सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रानिक्स मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था 50 खरब डॉलर की ओर बढ़ रही है और इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं इंटरनेट ऑफ थिंग्स की भी डिजिटल अर्थव्यवस्था बनाने में बड़ी भूमिका होगी।
नई दिल्लीः संचार, सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रानिक्स मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था 50 खरब डॉलर की ओर बढ़ रही है और इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं इंटरनेट ऑफ थिंग्स की भी डिजिटल अर्थव्यवस्था बनाने में बड़ी भूमिका होगी।
प्रसाद ने जयपुरिया स्कूल ऑफ बिज़नेस द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं इंटरनेट ऑफ थिंग्स पर आयोजित एक सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए कहा कि उन्होंने आईटी इंडस्ट्री की तेज विकास के बारे बताया और कहा कि यह नए भारत के निर्माण में अहम् भूमिका निभा रही है। उन्होंने युवाओं की प्रतिभा और आईटी के ज्ञान का लाभ लेने के लिए भारत सरकार उठाए गए कदमों का उल्लेख करते हुए कहा कि देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है और अब एआई एवं आईओटी का उपयोग हर क्षेत्र में बढ़ने लगा है।
प्रसाद ने आयोजन के थीम पर एक पुस्तक का भी लोकार्पण किया। इस मौके पर जयपुरिया ग्रुप ऑफ इंस्टीट्युशंस के अध्यक्ष शिशिर जयपुरिया ने कहा कि भारत के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और इंटरनेट ऑफ थिंग्स की मदद से गरीबी एवं निरक्षरता दूर करने तथा प्राकृतिक आपदाओं का प्रभाव को कम करने का यह बड़ा अवसर है। उन्होंने चंद्रयाण 2 का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत ने दुनिया को दिखा दिया कि वह प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अग्रणी है।
जयपुरिया ने बताया कि भारत ने प्राकृतिक आपदा के सर्वश्रेष्ठ प्रबंधन में भी दुनिया में नाम किया है। मौसम विज्ञानी एआई की मदद से मौसम की अधिक प्रभावी पूर्व सूचना देते हैं और इस तरह प्राकृतिक आपदा से जान-माल का नुकसान कम करने में सरकार की मदद कर रहे हैं।