Edited By jyoti choudhary,Updated: 09 Dec, 2020 10:33 AM
नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने मंगलवार को कहा कि पिछले छह महीने में देश की प्रौद्योगिकी कंपनियों में 38 अरब डॉलर का निवेश आया है। यह निवेश ऐसे समय आया जब पूरी दुनिया कोविड-19 महामरी से जूझ रही है
हैदराबादः नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने मंगलवार को कहा कि पिछले छह महीने में देश की प्रौद्योगिकी कंपनियों में 38 अरब डॉलर का निवेश आया है। यह निवेश ऐसे समय आया जब पूरी दुनिया कोविड-19 महामरी से जूझ रही है। तीन दिवसीय टीआईई ग्लोबल समिट (टीजीएस) में कांत ने कहा कि भारतीय स्टार्टअप परिवेश में 55,000 से अधिक स्टार्टअप का गठन हुआ जिन्होंने पिछले पांच साल में 60 अरब डॉलर का वित्त पोषण प्राप्त किया।
‘ऑनलाइन' आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा, ‘‘जब दुनिया कोविड-19 महामारी से जूझ रही है, भारत ने पिछले पांच या छह महीनों में 38 अरब डॉलर से अधिक प्रौद्योगिकी निवेश प्राप्त किया है। यह भारत की खासकर प्रौद्योगिकी क्षेत्र में क्षमता को बताता है।'' एक सवाल के जवाब में कांत ने कहा ककि कृत्रिम मेधा (एआई) भारत के लिए एक बड़ा अवसर बनने जा रहा है। इस उभरती प्रौद्योगिकी से 2035 तक भारतीय अर्थव्यवस्था में 957 अरब डॉलर और आएंगे।
डेटा सुरक्षा के सवाल पर उनहोंने कहा कि तेजी से बदलती डिजिटल दुनिया में हमें न केवल मजबूत डेटा सुरक्षा चाहिए बल्कि डेटा सशक्तिकरण की भी जरूरत है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारत में 65 करोड़ के करीब इंटरनेट का उपयोग करने वाले हैं। हर तीन सैकिंड में एक नया कनेक्शन जुड़ता है। वहीं 50 करोड़ से अधिक स्मार्टफोन इस्तेमाल करने वालों के बीच यह दुनिया में डेटा का सबसे अधिक उपभोग करता है।