Edited By Supreet Kaur,Updated: 29 Oct, 2018 02:09 PM
देश में चाइनीज स्मार्टफोन का दबदबा अभी भी कायम है। ताजा आंकड़ों के अनुसार ग्राहकों ने वित्त वर्ष 2018 में चीन के सिर्फ चार ब्रैंड्स के स्मार्टफोन की खरीद पर करीब 50 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा रकम खर्च कर दिए। भारतीय ग्राहकों ने जिन चार स्मार्टफोन...
नई दिल्लीः देश में चाइनीज स्मार्टफोन का दबदबा अभी भी कायम है। ताजा आंकड़ों के अनुसार ग्राहकों ने वित्त वर्ष 2018 में चीन के सिर्फ चार ब्रैंड्स के स्मार्टफोन की खरीद पर करीब 50 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा रकम खर्च कर दिए। भारतीय ग्राहकों ने जिन चार स्मार्टफोन ब्रांड्स के स्मार्टफोन को खरीदा है वो- शाओमी, ओप्पो, वीवो और ऑनर हैं।
जानकारों के मुताबिक इस साल भी चाइनीज ब्रैंड्स की बिक्री तेजी से बढ़ रही है। चाइनीज ब्रैंड्स साउथ कोरिया, जापान और भारत की कंपनियों की अपेक्षा कम कीमत पर हाई स्पेशिफिकेशन मॉडल्स लॉन्च करते हैं और खुद को भारतीय ग्राहकों की नजर में ग्लोबल ब्रैंड्स के रूप में स्थापित करते हैं।
मेक इन इंडिया के तहत शाओमी, ओप्पो, लेनोवो-मोटोरोला, हुवावे और वीवो जैसे चाइनीज ब्रांड, लोकल मैन्यूफेक्चरिंग में निवेश करते हैं और नौकरियां पैदा करते हैं। ओप्पो उत्तर प्रदेश में अपने दो नए फैन्यूफेक्चरिंग फेसिलिटीज स्थापित कर रहा है। इसके अलावा शाओमी और वीवो के भी भारत में फैन्यूफेक्चरिंग फेसिलिटीज हैं।