Edited By jyoti choudhary,Updated: 26 Nov, 2018 12:00 PM
किफायती हवाई सेवा उपलब्ध करने वाली इंडिगो ने अब ग्राहकों से वेब चेक-इन सुविधा के लिए चार्ज वसूलना शुरू कर दिया है। एक नई संशोधित नीति के तहत 14 नवंबर, 2018 से यह नियम लागू हो गया है।
बिजनेस डेस्कः अगर आप भी हवाई सफर करने से पहले ऑनलाइन चेक-इन करते हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है, क्योंकि अब यह सर्विस फ्री नहीं मिलेगी। स्पाइस जेट और इंडिगो, दोनों एयरलाइन्स कंपनियों ने इसके लिए फीस लेना शुरू कर दिया है। यह सुविधा फ्लाइट के रवाना होने से 48 घंटे पहले शुरू हो जाती है और फ्लाइट के उड़ान भरने से 2 घंटे पहले तक जारी रहती है। इसका मकसद हवाई अड्डों पर लंबी कतारों को कम करना है।
इंडिगो ने वेब चेक-इन के लिए अब चार्ज वसूलना शुरू कर दिया है। इसका मतलब यह है कि अगर आप एयरपोर्ट पर लंबी कतारों से बचने के लिए वेब चेक-इन करते हैं, तो आपको इस सुविधा के लिए पैसे देने होंगे। इंडिगो घरेलू एयरलाइन्स बाजार की किंग है और मार्केट के 43 फीसदी हिस्से पर इस का कब्जा है। इंडिगो की नई पॉलिसी के अनुसार, वेब चेक-इन करते समय एक यात्री के सीट चुनने के आधार पर 200-1000 रुपए चार्ज वसूला जा सकता है। हालांकि, एयरपोर्ट पर चेक-इन की सुविधा फ्री होगी।
इंडिगो के नियमों में इस बदलाव की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई थी। एक यात्री ने जब ट्विटर पर इस मुद्दे को उठाया, तब इंडिगो की यह नई नीति सामने आई। इंडिगो के ऑफिशियल हैंडल ने ट्वीट किया गया- "हमारी संशोधित नीति के अनुसार, सभी वेब चेक-इन सुविधा के लिए सारी सीटों पर अब चार्ज लगेगा। हालांकि, वैकल्पिक रूप से आप हवाई अड्डे पर मुफ्त में चेक-इन कर सकते हैं। सीटें उपलब्धता के अनुसार सौंपी जाएगी।"
स्पाइस जेट की फीस कम से कम 99 रुपए है। इससे पहले कुछ सीटों जैसे एक्स्ट्रा लेग स्पेस और खिड़की के बगल वाली सीटों के लिए अतिरिक्त शुल्क वसूला जाता था, लेकिन इन एयरलाइन्स ने अब सभी सीटों पर वेब चेक-इन के लिए चार्ज वसूलना शुरू कर दिया है।
वेबसाइट पर किए हैं लंबे-चौड़े वादे
एयरलाइन्स की वेबसाइट पर कहा गया है कि हवाई अड्डे पर लंबी कतारों से बचें और वेब चेक-इन के साथ परेशानी मुक्त यात्रा करें। घरेलू क्षेत्रों में उड़ान भरने वाले यात्री निर्धारित समय से 1 घंटे पहले किसी भी समय वेब चेक-इन कर सकते हैं। इसके अलावा सैनिक, वरिष्ठ नागरिक, अकेले सफर कर रहे नाबालिग या फिर ग्रुप बुकिंग करने वाले लोग इस वेब चेक-इन सुविधा का लाभ नहीं उठा सकते। वैसे, एक तरफ जहां मोबाइल बोर्डिंग पास आम हो रहे हैं, वहीं इंडिगो आपको अपने बोर्डिंग कार्ड का प्रिंटआउट लाने के लिए कहता है।