Edited By shukdev,Updated: 16 Apr, 2018 09:23 PM
लगभग तीन महीने बाद एयरबस इस महीने के अंत तक अपने उपभोक्ताओं के लिए A320 नियो विमानों की वैश्विक डिलीवरी शुरू करेगा। इस बात की जानकारी तीन लोगों को है जिन्होंने कहा कि भारतीय कम बजट की एयरलाइंस इंडिगो और गो एयर के मई महीने में डिलीवरी प्राप्त करने की...
नेशनल डेस्क (अनिल सलवान) : लगभग तीन महीने बाद एयरबस इस महीने के अंत तक अपने उपभोक्ताओं के लिए A320 नियो विमानों की वैश्विक डिलीवरी शुरू करेगा। इस बात की जानकारी तीन लोगों को है जिन्होंने कहा कि भारतीय कम बजट की एयरलाइंस इंडिगो और गो एयर के मई महीने में डिलीवरी प्राप्त करने की संभावना है। डिलीवरी की बहाली का अर्थ यह होगा कि ये दोनों एयरलांइस अपनी विस्तार योजना को लागू कर सकेंगी। क्योंकि विमानों की डिलीवरी बंद होने के कारण विस्तार नीति रोक दी गई थी।
यूरोपियन विमान निर्माता कंपनी ने फरवरी में विमानों में खामिंया आने के बाद विमानों की डिलीवरी रोक दी थी। विश्व में एयरबस के आधुनिकीकरण के बाद अब यह डिलीवरी शुरू होगी। विमानों को उर्जा देने वाले इंजनों में खामियां पैदा हो गई थी। विमानों की डिलीवरी रोकने से पूर्व 113 Pratt & Whitney-powered A320 नियो एयरक्राफ्ट 18 सवारियों के साथ उड़ान भरती थी। देश की सबसे बड़ी एयरलांइस इंडिगो के पास 160 विमानों में से 32 नियो प्लेन हैं। गो एयर के 32 विमानों के एथलीट में 13 नियो विमान हैं। कुल मिलाकर वैश्विक उड़ानों में इनका हिस्सा 40% बनता है। जो PW 1100-JM इंजन से उड़ान भरते हैं।
विमानों में ताजा समस्या विशेष श्रृंखला नंबर के इंजनों में हब के बाद हाई प्रेशर कंप्रेशर (HPC) में चाकू की नोक की तरह सील में थी। यह खामी 9 फरवरी को सामने आई थी। यूरोपियन उड्डयन सुरक्षा एजेंसी(EASA) की तरफ से अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश दिया। इंजन बनाने वाली कंपनियों ने इसका समाधान ढूंढा और 21 फरवरी तक इसको लागू करने के लिए स्वीकृति प्राप्त कर ली और 1 मार्च को एयरबस के लिए इंजनों को जहाज से भेजना शुरू कर दिया। इसी दौरान 12 मार्च को भारत के उड्डयन न्यायमत डायरेक्टर जनरल आॅफ सिविल एविएशन (DGCA) ने एक त्रुटिपूर्ण इंजन के साथ किसी भी नियो विमान को बंद करने पर जोर दिया।
EASA ने कहा कि जमीन पर उतरने के लिए दोनों इंजन प्रभावित होंगे जो DGCA के निर्णय से अलग है और इसे एकपक्षीय निर्णय बताया गया। एक व्यक्ति ने कहा कि अब भारत में कोई भी विमान जमीन पर नहीं रहेगा। Pratt & Whitney-powered के प्रधान राबर्ट एफ ली डक ने 16 मार्च को कहा कि जमीन पर खड़े सभी विमान अप्रैल के अंत तक उड़ान भरेंगें। एयरबस के प्रवक्ता और इंडिगो तथा गो एयर के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी इस पर टिप्पणी करने के लिए उपलब्ध नहीं हो पाए।