Edited By jyoti choudhary,Updated: 24 Jul, 2019 05:21 PM
इंडिगो के दो को-प्रमोटर राकेश गंगवाल और राहुल भाटिया के बीच आखिरकार समझौता हो गया। इंडिगो के चेयरमैन एम दामोदरन ने दोनों गुटों के बीच बात कराने की कोशिश की है। रिपोर्ट के मुताबिक इंडिगो दो डायरेक्टर की जगह चार स्वतंत्र डायरेक्टर बनाएगा।
नई दिल्लीः इंडिगो के दो को-प्रमोटर राकेश गंगवाल और राहुल भाटिया के बीच आखिरकार समझौता हो गया। इंडिगो के चेयरमैन एम दामोदरन ने दोनों गुटों के बीच बात कराने की कोशिश की है। रिपोर्ट के मुताबिक इंडिगो दो डायरेक्टर की जगह चार स्वतंत्र डायरेक्टर बनाएगा।
रिपोर्ट के मुताबिक राकेश गंगवाल एक और राहुल भाटिया 5 बोर्ड मेंबर्स की नियुक्ति कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक दोनों ने ही इन बदलावों को मंजूरी दे दी है। एक सूत्र ने बताया, 'बोर्ड में कुल 10 सदस्य होंगे। इनमें से चार स्वतंत्र होंगे। बोर्ड में एक स्वतंत्र महिला सदस्य भी होगी।'
इस संबंध में गंगवाल ने कोई टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा कि इस पर बात अभी चल रही है। हालांकि गंगवाल के करीबी सूत्र ने बताया यह सब पहले ही हो जाना चाहिए था। उन्होंने कहा, 'यह सब कई शिकायतों के बाद किया जा रहा है। कॉर्पोरेट गवर्नेंस को सुधारने के लिए अभी और कदम उठाने की जरूरत है।'
वहीं भाटिया ग्रुप के सूत्रों का कहना है कि गंगवाल भाटिया के अधिकारों का विलय करवाना चाहते थे। गंगवाल के खेमे की तरफ से कहा गया है कि मार्केट और वित्तीय नियामक को लेकर शिकायते हैं जिनकी जांच एजेंसियां कर रही हैं और सबकुछ सामने आ जाएगा। दोनों को प्रोटर्स का यह झगड़ा सरकार के दरवाजे पर पहुंच गया है। दोनों ने ही पत्र लिखे थे। गंगवाल ने यह भी कहा था कि भाटिया इंडिगो को 'पान की दुकान' बनाना चाहते हैं।