Edited By Supreet Kaur,Updated: 07 Nov, 2019 03:17 PM
यात्रियों की संख्या के मामले में देश की सबसे बड़ी विमान सेवा कंपनी इंडिगो ने कतर की सरकारी एयरलाइन कतर एयरवेज के साथ कोड शेयर समझौता किया है। इसके तहत कतर की राजधानी दोहा के हमद अंतररष्ट्रीय हवाई अड्डे से दिल्ली, मुंबई और हैदराबाद आने वाली इंडि...
नई दिल्लीः यात्रियों की संख्या के मामले में देश की सबसे बड़ी विमान सेवा कंपनी इंडिगो ने कतर की सरकारी एयरलाइन कतर एयरवेज के साथ कोड शेयर समझौता किया है। इसके तहत कतर की राजधानी दोहा के हमद अंतररष्ट्रीय हवाई अड्डे से दिल्ली, मुंबई और हैदराबाद आने वाली इंडिगो की उड़ानों पर कतर एयरवेज अपना कोड दे सकेगी यानी उसके चैनलों के माध्यम से यात्री इन उड़ानों में सीट बुक करा सकेंगे। इसके बदले में उसे कतर एयरवेज से नकद राजस्व मिलेगा।
कतर एयरवेज समूह के मुख्य कार्यकारी अकबर अल बकर और इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रोनोजॉय दत्ता ने यहां एक कार्यक्रम में कोड शेयर समझौते पर हस्ताक्षर किए। श्री बकर ने कहा कि किफायती विमान सेवा कंपनी होने के बावजूद इंडिगो की उड़ानों में कतर एयरवेज के यात्रियों को अतिरिक्त बैगेज अलाउंस समेत वे सारी सुविधाएं मिलेंगी जो उन्हें कतर की सरकारी एयरलाइन में मिलती हैं। उन्होंने कहा कि कतर की 22 प्रतिशत आबादी प्रवासी भारतीयों की है। वहां के श्रमबल में सर्वाधिक अनुपात भी उन्हीं का है। भविष्य में उनकी कंपनी इंडिगो की दोहा से आने वाली सभी उड़ानों के लिए कोड शेयर समझौता करना चाहेगी।
दत्ता ने बताया कि यह कतर एयरवेज के साथ इंडिगो के संबंधों की शुरुआत है तथा उनकी कंपनी भविष्य में इसे और मजबूत करना चाहेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि कतर एयरवेज के साथ कोड शेयर समझौते के कारण टकिर्श एयरलाइन के साथ पूर्व में किया गया कोड शेयर समझौता किसी प्रकार प्रभावित नहीं होगा। दोनों विमान सेवा कंपनियों के बीच यह कोड शेयर ऐसे समय में हुआ है जब इंडिगो को नकदी की जरूरत है और अरब के साथ देशों द्वारा हवाई क्षेत्र के इस्तेमाल संबंधी प्रतिबंध के कारण कतर एयरवेज की उड़ानों को लंबा रास्ता तय करना पड़ता है जिससे उसका मुनाफा प्रभावित हो रहा है।