Edited By Supreet Kaur,Updated: 11 Aug, 2018 01:51 PM
सस्ती विमानन सेवा कंपनी इंडिगो ने कहा कि विमानन क्षेत्र में मौजूदा समय के संकट से निपटने के लिए वह अपनी नकदी का ‘सही तरीके’ से इस्तेमाल करेगी, क्योंकि बाजार की जो हालत है उसमें हवाई किराये में बढ़ोतरी करना घाटे का सौदा हो सकता है।
नई दिल्लीः सस्ती विमानन सेवा कंपनी इंडिगो ने कहा कि विमानन क्षेत्र में मौजूदा समय के संकट से निपटने के लिए वह अपनी नकदी का ‘सही तरीके’ से इस्तेमाल करेगी, क्योंकि बाजार की जो हालत है उसमें हवाई किराये में बढ़ोतरी करना घाटे का सौदा हो सकता है।
देश के विमानन बाजार में 41 फीसदी हिस्सेदारी रखने वाली इंडिगो, देश की सबसे बड़ी विमानन कंपनी है। कंपनी की सालाना आमसभा में मुख्य वित्त अधिकारी रोहित फिलिप ने कहा कि आर्थिक दृष्टि से यह सावधान रहने का समय है। इसलिए हम कंपनी के पास मौजूद नकदी को ‘सावधानी पूर्वक’ इस्तेमाल करने पर ध्यान दे रहे हैं। गौरतलब है कि विमानन क्षेत्र वर्तमान में कई संकटों का सामना कर रहा है जिसमें ऊंची ईंधन लागत और कड़ी प्रतिस्पर्धा के चलते हवाई किराए का कम होना अहम है।
कंपनी के सह-संस्थापक राहुल भाटिया ने कहा विमानन बाजार में बने रहने के लिए बैंक में नकदी का होना बहुत जरूरी है। वहीं हवाई किराए बढ़ाने को लेकर एक डर है कि इसका उल्टा असर कहीं कंपनी उत्पादकता पर ही ना पड़े। चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 97 फीसदी गिरकर 27.79 करोड़ रुपए रह गया है। यह 2015 के बाद कंपनी के लाभ में सबसे बड़ी गिरावट है। कंपनी ने 430 ए-320 नियो विमान खरीदने का ऑर्डर दिया है। इनकी आपूर्ति अगले 10 वर्ष में की जानी है। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी दी कि इसकी पहली खेप उसे इस साल के अंत तक मिल जाएगी। नए विमान ईंधन की खपत के मामले में अधिक दक्ष हैं।