Edited By Supreet Kaur,Updated: 13 Jul, 2019 12:03 PM
देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस ने वित्त वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही के दौरान 5.2 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 3,802 करोड़ रुपए का मुनाफा दर्ज किया। वहीं कंपनी को 13.9 फीसदी की बढ़त के साथ 21,803 करोड़ रुपए की आय हुई।
नई दिल्लीः देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस ने वित्त वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही के दौरान 5.2 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 3,802 करोड़ रुपए का मुनाफा दर्ज किया। वहीं कंपनी को 13.9 फीसदी की बढ़त के साथ 21,803 करोड़ रुपए की आय हुई।
कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी और प्रबंध निदेशक सलिल पारेख ने कहा कि हमने 2019-20 में अच्छी शुरूआत की है। इसका कारण ग्राहकों पर हमारा निरंतर ध्यान है और हम उन पर निवेश करते हैं। उन्होंने कहा कि इस आधार पर हमने 2019-20 के लिए आय अनुमान 7.5-9.5 फीसदी से बढ़ाकर 8.5-10 फीसदी कर दिया है।
बता दें कि इंफोसिस का ग्रोथ रेट पिछली तिमाही के मुकाबले ज्यादा है। उसने लंबे समय बाद अपनी सबसे करीबी प्रतिस्पर्धी कंपनी टाटा कंसल्टंसी सर्विसेज (टीसीएस) को पछाड़ दिया। टीसीएस ने भी इसी सप्ताह जून में खत्म हुई तिमाही के नतीजे घोषित किए थे। तब उसने बताया था कि पिछली तिमाही के 12.7 फीसदी के मुकाबले जून तिमाही में उसका ग्रोथ रेट घटकर 10.6 फीसदी रहा गया।
वित्त वर्ष 2020 की पहली तिमाही में इंफोसिस का मुनाफा, 31 मार्च को समाप्त हुई तिमाही के आधार पर 6.8 फीसदी घटकर 3,802 करोड़ रुपए रहा है। वहीं अगर इसकी तुलना पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही से करें तो फिर इसमें पांच फीसदी का लाभ हुआ है। कंपनी की डॉलर से होने वाली आय में 2.3 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई और यह 313.1 करोड़ डॉलर रहा है। तिमाही आधार पर पहली तिमाही में इंफोसिस का एबिट 4,618 करोड़ रुपए से घटकर 4,471 करोड़ रुपए और एबिट मार्जिन 21.4 फीसदी से घटकर 20.5 फीसदी रहा है।