Edited By ,Updated: 05 Jun, 2016 01:12 PM
आम लोगों, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को सस्ती दरों पर इंटरनैट सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से डाटाविंड
नई दिल्लीः आम लोगों, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को सस्ती दरों पर इंटरनैट सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से डाटाविंड वर्चुअल नैटवर्क ऑपरेटर (वी.एन.ओ.) के लिए आवेदन करेगी और लाइसैंस मिलने पर मात्र 100 रुपए में एक साल तक इंटरनैट सेवा देगी।
वी.एन.ओ. के लिए सरकार द्वारा दिशा-निर्देश जारी किए जाने से उत्साहित डाटाविंड ने मोबाइल वर्चुअल नैटवर्क ऑपरेटर परियोजना पर 100 करोड़ रुपए निवेश करने की योजना बनाई है। कम्पनी के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनीत सिंह तुली ने कहा कि देश के 100 करोड़ लोग अभी भी इंटरनैट सेवा से वंचित है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोग इसके लिए सलाना कम से कम 1200 रुपए व्यय करने की स्थिति में नहीं हैं। इसके मद्देनजर उनकी कम्पनी मात्र 100 रुपए वार्षिक शुल्क पर आम लोगों को इंटरनैट देना चाहती है। इसके तहत ग्राहक हर तरह से इंटरनैट का उपयोग कर सकेगा।
3जी एवं 4जी समर्थित सस्ते मोबाइल फोन और टैबलेट बनाने वाली डाटाविंड के सी.ई.ओ. ने कहा कि अभी भी उनकी कम्पनी रिलायंस कम्युनिकेशंस और टैलीनॉर के साथ मिलकर अपने ग्राहकों को एक साल तक नि:शुल्क इंटरनैट सेवाएं उपलब्ध करा रही है। इसके लिए कई अन्य कम्पनियों से उनकी बातचीत चल रही है। उन्होंने कहा कि जो टैलीकॉम कम्पनी वी.एन.ओ. इंफ्रास्ट्रक्चर पहले तैयार करेगी उनकी कम्पनी उसके साथ करार कर दीवाली से पहले ग्राहकों को सस्ती इंटरनैट सेवा देना चाहती है।
उल्लेखनीय है कि दूरसंचार विभाग ने इसके लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं जिसमें आवेदन करने के 60 दिन के भीतर लाइसैंस देने की बात कही गई है। वी.एन.ओ. के लिए प्रत्येक टैलीकॉम सर्किल के लिए 7.5 करोड़ रुपए का एकमुश्त नॉन रिफंडेबल शुल्क देना होगा और प्रत्येक सेवा के लिए अलग-अलग शुल्क लगेगा।