Edited By jyoti choudhary,Updated: 24 Nov, 2019 12:52 PM
उतार-चढ़ाव से भरे बीते सप्ताह के दौरान मामूली तेजी में रहने के बाद आने वाले सप्ताह में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़ों से पहले शेयर बाजार में निवेशक सतकर्ता बरत सकते हैं। आगामी सप्ताह 29 नवंबर को चालू वित्त वर्ष की 30 सितंबर को समाप्त दूसरी...
मुंबईः उतार-चढ़ाव से भरे बीते सप्ताह के दौरान मामूली तेजी में रहने के बाद आने वाले सप्ताह में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़ों से पहले शेयर बाजार में निवेशक सतकर्ता बरत सकते हैं। आगामी सप्ताह 29 नवंबर को चालू वित्त वर्ष की 30 सितंबर को समाप्त दूसरी तिमाही के जीडीपी के आंकड़े आने हैं।
सरकार ने अब तक जो संकेत दिए हैं उससे लगता है कि जीडीपी के आंकड़े लगातार दूसरी तिमाही में कमजोर रह सकते हैं। अगले साल पेश होने वाले बजट से पहले यह आर्थिक विकास दर का अंतिम आंकड़ा होगा, इसलिए भी इसका महत्त्व ज्यादा है। पहली तिमाही में जीडीपी विकास दर घटकर पांच प्रतिशत रह गई थी जबकि देश को 50 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए 12 प्रतिशत विकास दर की जरूरत है। सरकार जिस प्रकार विनिवेश पर जोर दे रही है और रियल एस्टेट सेक्टर तथा उद्योगों को प्रोत्साहन देने के लिए एक के बाद एक कदम उठा रही है उससे दूसरी तिमाही के आंकड़ों के भी कमजोर रहने की आशंका है।
बीते सप्ताह पांच में तीन कारोबारी दिन बीएसई के सेंसेक्स और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में गिरावट देखी गई। उतार-चढ़ाव के बीच सेंसेक्स 2.72 अंक की बेहद मामूली सप्ताहिक बढ़त में शुक्रवार को 40,359.41 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी 18.95 अंक यानी 0.16 प्रतिशत चढ़कर सप्ताहांत पर 11,914.40 अंक पर पहुंच गया। आलोच्य सप्ताह में मध्यम कंपनियों में निवेशक बिकवाल रहे जबकि छोटी कंपनियों में उन्होंने लिवाली की। बीएसई का मिडकैप 34.32 अंक यानी 0.23 प्रतिशत टूटकर 14,738.67 अंक पर आ गया। स्मॉलकैप 27.38 अंक यानी 0.21 प्रतिशत की साप्ताहिक तेजी के साथ 13,353.78 अंक पर बंद हुआ।