Edited By ,Updated: 27 Nov, 2016 11:10 AM
सरकार द्वारा 500 और 1,000 रुपए के नोटों को चलन से बाहर करने के बाद व्यापारियों द्वारा कथित रूप से गलत तरीके से मुनाफा कमाने और कर अपवंचना किए जाने की खबरों के बाद 10 नवंबर को आयकर विभाग द्वारा सर्वे (जांच) किया गया
नई दिल्लीः सरकार द्वारा 500 और 1,000 रुपए के नोटों को चलन से बाहर करने के बाद व्यापारियों द्वारा कथित रूप से गलत तरीके से मुनाफा कमाने और कर अपवंचना किए जाने की खबरों के बाद 10 नवंबर को आयकर विभाग द्वारा सर्वे (जांच) किया गया जिसके बाद एक और सप्ताह दिल्ली के सर्राफा बाजार में स्वर्ण एवं आभूषण प्रतिष्ठान बंद रहे और यहां कोई कामकाज नहीं हो पाया। यह सर्वे अभियान दरिबाकलां, चांदनी चौक और करोलबाग सहित कम से कम चार स्थानों पर चलाया गया।
सरकार ने कालेधन पर अंकुश लगाने के प्रयास के तहत 8 नवंबर को अचानक 500 और 1,000 रुपए के नोट को चलन से बाहर करने की घोषणा की थी। राष्ट्रीय राजधानी में उसके बाद 11 नवंबर से अधिकांश आभूषण विक्रेताआें के शो-रूम बंद हैं। सूत्रों के अनुसार वित्त मंत्रालय के तहत आने वाले केन्द्रीय उत्पाद शुल्क खुफिया महानिदेशालय के अधिकारियों ने सोने की बिक्री का ब्यौरा मांगते हुए इन व्यापारियों को नोटिस भेजा है। व्यापारियों से उनके पास स्टॉक की कुल मात्रा और हाल के दिनों में की गई बिक्री का पूरा ब्यौरा मांगा गया है।