रतन टाटा हुए भावुक, बोले- दुख हुआ जब देश टाटा मोटर्स को फेल होती कंपनी मानने लगा

Edited By jyoti choudhary,Updated: 03 Apr, 2018 12:50 PM

it hurt when country looked at tata motors as a failing co ratan tata

टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा ने सोमवार को अपने कर्मचारियों से कहा कि फिर से लीडर बनने के लिए तैयारी की जाए। उन्होंने कहा कि उन्हें दर्द हुआ जब टाटा मोटर्स का मार्केट शेयर पिछले 4-5 सालों में गिरा और देश ने टाटा को ''फेल होती कंपनी''

नई दिल्‍लीः टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा ने सोमवार को अपने कर्मचारियों से कहा कि फिर से लीडर बनने के लिए तैयारी की जाए। उन्होंने कहा कि उन्हें दर्द हुआ जब टाटा मोटर्स का मार्केट शेयर पिछले 4-5 सालों में गिरा और देश ने टाटा को 'फेल होती कंपनी' के रूप में देखना शुरू कर दिया। इसलिए टाटा मोटर्स के कर्मचारियों को खोई हुई बाजार हिस्सेदारी पाने और कंपनी को वापस शीर्ष पर पहुंचाने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए। रतन टाटा ने यह बातें कमर्चारियों को नए वित्त वर्ष के मौके पर कही। आपको बता दें कि नए वित्त वर्ष की शुरूआत में होने वाले टाउनहॉल की परंपरा को टाटा ने 5 साल बाद फिर शुरू किया है।

फॉलोवर नहीं लीडर बनों
उन्‍होंने टाटा मोटर्स के कर्मचारियों के सामने एक भावुक भाषण दिया। उनका यह भाषण टाटा मोटर्स के कर्मचारियों समेत आम लोगों के दिल को छू गया है। रतन टाटा ने कर्मचारियों से कहा कि आप किसी को फॉलो नहीं करें, बल्कि हमेशा लीडर बनने की सोचें। रतन टाटा ने टाटा मोटर्स एक दौर में टाटा ग्रुप की लीडिंग कंपनी थी। हमें ऐसा फिर से करने के लिए प्लान बनाना चाहिए। हमें लीडर्स बनने के लिए प्लान करना चाहिए, न कि फॉलोअर्स बनने के लिए। हमें यह स्पिरिट वापस पानी होगी। मुझे उम्मीद है कि हम ऐसा फिर से करने में सक्षम होंगे।

पाने के लिए सबकुछ झोंका 
टाटा मोटर्स से जुड़ी अपनी यादें साझा करते हुए रतन टाटा ने कहा कि टाटा मोटर्स से जुड़ा होना गर्व की बात है। यहा नए प्रोडक्‍ट लाना हो या पैसेंजर व्‍हीकल सेगमेंट में उतरना हो या फिर नया सिस्‍टम डेवलप करना हो, ऐसा कुछ भी नहीं था जिसे हासिल करने के लिए हमने अपना सबकुछ नहीं झोंका हो।  

टाटा मोटर्स का इस बार स्टैंडअलोन बेसिस पर कुल 62 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है। इससे पहले 2016-17 में टाटा मोटर्स का ग्रॉस रेवेन्यू 49,100 करोड़ रुपए था जो पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 3.6 प्रतिशत ज्यादा था लेकिन टैक्स के बाद हुआ घाटा कई गुना था। वित्त वर्ष 2017-18 में टाटा मोटर्स अपनी सेल्स बढ़ाने में कामयाब हुई। कमर्शल और पैसेंजर वीइकल मामले में 5.86,639 यूनिट्स सेल हुई जो पिछले वित्त वर्ष से 23 प्रतशित ज्यादा है। 

Related Story

India

397/4

50.0

New Zealand

327/10

48.5

India win by 70 runs

RR 7.94
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!