जेट एयरवेज: संकट में घिरी जेट की ओर एतिहाद ने बढ़ाया हाथ

Edited By jyoti choudhary,Updated: 12 Apr, 2019 12:17 PM

jet airways etihad boosts hands on jetty in crisis

एतिहाद एयरवेज ने जेट एयरवेज में अपना हिस्सा बढ़ाने के लिए बोली दी है। सूत्रों के अनुसार, एतिहाद ने गुरुवार को एक्सपेंशन ऑफ इंटरेस्ट (ईओआई) जमा कर दिया है। इससे जेट को कर्ज देने वाले बैंकों को कुछ राहत मिली, जो इसे बचाने की कोशिश कर रहे हैं।

बिजनेस डेस्कः एतिहाद एयरवेज ने जेट एयरवेज में अपना हिस्सा बढ़ाने के लिए बोली दी है। सूत्रों के अनुसार, एतिहाद ने गुरुवार को एक्सपेंशन ऑफ इंटरेस्ट (ईओआई) जमा कर दिया है। इससे जेट को कर्ज देने वाले बैंकों को कुछ राहत मिली, जो इसे बचाने की कोशिश कर रहे हैं। जेट को अपना पूरा अंतरराष्ट्रीय कामकाज बंद करने पर मजबूर होना पड़ा है। बैंक एतिहाद को समझाने में जुटे थे कि वह मेजॉरिटी स्टेक के लिए बोली लगाए। एतिहाद के पास जेट का 24 प्रतिशत हिस्सा है और वह इससे ज्यादा शेयर नहीं खरीदना चाहती थी। मार्च में उसने बैंकों से कहा था कि वह अपना हिस्सा नहीं बढ़ाएगी। उसने कहा था कि बैंक चाहें तो उसका हिस्सा 150 रुपए प्रति शेयर के भाव पर खरीद लें। 

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एतिहाद से पहले बुधवार को कुछ बिडर्स ने बोली जमा की थी। बोली देने की आखिरी तारीख बढ़ाकर 12 अप्रैल की गई है। गुरुवार को यह अटकल भी लगाई जा रही थी कि जेट के फॉर्मर चेयरमैन और एमडी नरेश गोयल एक विदेशी एयरलाइन के साथ मिलकर जेट को खरीदने की पेशकश कर सकते हैं। इसकी पुष्टि गोयल से नहीं की जा सकी लेकिन ऐसे किसी भी कदम से जेट अपने दो बड़े शेयरहोल्डर्स की लड़ाई का मैदान बन जाएगी। इससे यह सवाल भी उठेगा कि पिछले साल जब समस्याएं सामने आईं तो उसके बाद इन दोनों में से किसी ने भी जेट में पैसा क्यों नहीं लगाया। 

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जेट में 49% तक बढ़ा सकती है हिस्सा 
एतिहाद के प्रवक्ता ने कहा कि वह अटकलों पर कमेंट नहीं करेंगे। जेट ने ईमेल से भेजे गए सवालों के जवाब नहीं दिए। यह साफ नहीं है कि एतिहाद दी गई बोली में किसी के साथ पार्टनरशिप का जिक्र किया है या नहीं। वह जेट में अपना हिस्सा 49 फीसदी तक ले जा सकती है। भारतीय विमानन कंपनी में किसी विदेशी एयरलाइन की हिस्सेदारी की यही अधिकतम सीमा है। विदेशी एयरलाइन भारतीय एयरलाइन पर कंट्रोल नहीं कर सकती है। 

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बैंकों ने टीपीजी कैपिटल और सरकारी नेशनल इनवेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड से संपर्क किया है। एनआईआईएफ को एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट जमा करने की जरूरत नहीं है और वह जेट के लिए बोली सीधे लगा सकता है। ऐसा नियम बिड डॉक्युमेंट में दिया गया है। 

कुछ और बोलियों की उम्मीद 
एतिहाद इस नुक्ते पर अड़ी थी कि उसे कैपिटल मार्केट्स के उस रूल से छूट दी जाए, जिसक तहत शेयरहोल्डिंग 25% से ज्यादा होने पर अतिरिक्त 26% के लिए ओपन ऑफर लाना होतता है। सेबी ने साफ कर दिया था कि ऐसी कोई छूट नहीं दी जाएगी। जेट को कर्ज देने वाले बैंकों को शुक्रवार को कुछ और बोलियां आने की उम्मीद है। उसके बाद योग्य पाए जाने वाले बिडर्स को 30 अप्रैल तक बाइंडिंग बिड देनी होगी। 

सिंगापुर और काठमांडू के लिए फ्लाइट्स कैंसल 
इस बीच, जेट ने सिंगापुर और काठमांडू के लिए फ्लाइट्स कैंसल कर दीं। अबू धाबी सहित कई अन्य विदेशी ठिकानों के लिए वह फ्लाइट पहले ही बंद कर चुकी है। उसने सेवा से 10 और विमान हटा दिए। 
 

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