Edited By jyoti choudhary,Updated: 02 Dec, 2020 06:12 PM
देश की सबसे बड़ी प्राइवेज एयरलाइन कंपनी रही जेट एयरवेज एक बार फिर उड़ान भरने की तैयारी में है। शुरुआत में ही यह अपनी पूरी सेवा शुरू करेगी। इसके जरिए कंपनी यूरोपियन और पश्चिमी एशियाई शहरों को दिल्ली, मुंबई और बंगलुरू से कनेक्ट करेगी।
बिजनेस डेस्कः देश की सबसे बड़ी प्राइवेज एयरलाइन कंपनी रही जेट एयरवेज एक बार फिर उड़ान भरने की तैयारी में है। शुरुआत में ही यह अपनी पूरी सेवा शुरू करेगी। इसके जरिए कंपनी यूरोपियन और पश्चिमी एशियाई शहरों को दिल्ली, मुंबई और बंगलुरू से कनेक्ट करेगी। कैलरॉक कैपिटल-मुरारी लाल जालान के कंसोर्टियम ने इस तरह की जानकारी दी है।
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पिछले साल बंद हुई थी कंपनी
जानकारी के मुताबिक, जेट एयरवेज के नए मालिक कंपनी को स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड रखेंगे। बता दें कि जेट एयरवेज अप्रैल 2019 में बंद हो गई थी। भारी घाटे और कर्ज के कारण इसे बंद किया गया था। उस समय कंपनी के प्रमोटर नरेश गोयल को 500 करोड़ रुपए की जरूरत थी, पर वे इसे जुटा नहीं पाए। हालात यह हो गई कि कर्मचारियों की सैलरी और अन्य खर्च भी नहीं निकल पा रहे थे। एयरलाइन के बंद होने के बाद हजारों लोगों की नौकरियां चली गई थीं। जालान के एक करीबी ने बताया कि जून 2021 तक इस एयरलाइन के विमान एक बार फिर आसमान में दिखाई दे सकते हैं।
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नरेश गोयल को हटाया था बोर्ड से
जेट एयरवेज को कर्ज देने वाले बैंकों के कंसोर्टियम ने नरेश गोयल को कंपनी के बोर्ड से हटा दिया। नए कंसोर्टियम के रिजोल्यूशन प्लान को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) में 5 नवंबर को सौंपा गया है। NCLT की ओर से मंजूरी मिलने के बाद रिजोल्यूशन प्लान को सिविल एविएशन मंत्रालय के पास भेजा जाएगा। उसके बाद इसे सिविल एविएशन डायरेक्टरेट (DGCA) के पास भेजा जाएगा।
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1,000 करोड़ का हुआ था बिड
बता दें कि नए कंसोर्टियम ने 1,000 करोड़ रुपए का बिड किया था, जिसके बाद उसे जेट एयरवेज को दे दिया गया। हालांकि अन्य पार्टी एफएसटीसी, बिग चार्टर और इंपीरियल कैपिटल ने भी जेट के लिए ऑफर किया था, पर उन कंपनियों का ऑफर प्राइस काफी कम था। 3 नवंबर को कैलरॉक कैपिटल- मुरारी लाल जालान कंसोर्टियम ने 150 करोड़ रुपए के परफार्मेंस सिक्योरिटीज बांड को सबमिट किया था।
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कौन हैं मुरारीलाल जालान?
मुरारीलाल जालान एमजे डिवेलपर्स के मालिक हैं और उनका कारोबार यूएई, भारत, रूस औऱ उजबेकिस्तान तक फैला हुआ है। वह रियल एस्टेट से लेकर पेपर ट्रेडिंग तक का कारोबार करते हैं। माइनिंग, ट्रेडिंग, एफएमसीजी, ट्रैवल ऐंड टूरिजम और कंस्ट्रक्श में भी उन्होंने निवेश किया है। वह हेल्थकेयर भी संबद्ध हैं हालांकि उड्डयन क्षेत्र में वह पहली बार हाथ आजमा रहे हैं।
मुरारीलाल जालान का जन्म रांची में हुआ था और उनकी शुरुआती शिक्षा भी यहीं से हुई। कोलकाता में उन्होंने 1980 में छोटे व्यवसाय से शुरुआत की। उनके परिवार का पेपर ट्रडिंग का बिजनस था। मुरारीलाल ने शुरुआत यहीं से की और इसके बाद फोटोग्राफ इमेजिंग औऱ इससे जुड़े उपकरणों को सप्लाइ करने का काम करने लगे। 2003 में पेपर बिजनस को बढ़ाने के लिए जालान ने कोलकाता के कनोई पेपर ऐंड इंडस्ट्रीज को अक्वायर कर लिया और इसे ऐजियो पेपर्स का नाम दे दिया। 2010 में प्रदूषण संबंधित मामले में कंपनी पर केस हो गया औऱ यह बंद हो गई। इसके बाद उन्होंने रियल एस्टेट और हेल्थकेयर सेक्टर में किस्मत आजमाई।